शोभना शर्मा, अजमेर। राजस्थान कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राजस्थान की मौजूदा सरकार पर जमकर निशाना साधा है। अजमेर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए डोटासरा ने गुजरात में हो रहे भाजपा प्रशिक्षण कैंप को लेकर सवाल उठाए और मुख्यमंत्री पर अप्रत्यक्ष रूप से कटाक्ष किया कि कहीं वे प्रशिक्षण के बाद “बाय कर वापस” न आ जाएं। उन्होंने आशंका जताई कि गुजरात में प्रशिक्षण के नाम पर पर्ची बदलने की तैयारी भी हो सकती है।
डोटासरा ने कहा- गुजरात में मिल रहा है नफरत फैलाने का प्रशिक्षण
डोटासरा ने भाजपा के गुजरात प्रशिक्षण कैंप पर हमला बोलते हुए कहा कि वहां लोकतंत्र नहीं, बल्कि हिटलरशाही का पाठ पढ़ाया जा रहा है। उन्होंने कहा, “क्या वहां (गुजरात) सरकार गिर रही है या पर्ची बदल रही है? मोदी और अमित शाह क्या फीडबैक लेकर मुख्यमंत्री को बदल दें, कुछ भी हो सकता है।” उनका इशारा इस ओर था कि भाजपा के अंदरूनी निर्णय अक्सर प्रशिक्षण जैसे आयोजनों की आड़ में लिए जाते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि गुजरात में प्रशिक्षण के नाम पर नफरत फैलाना, हिंदू-मुस्लिम तनाव, ईडी का दुरुपयोग और राजनीतिक साजिशें रचने की तरकीबें सिखाई जा रही हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि राजस्थान के विधायकों को वहां प्रशिक्षण के लिए क्यों भेजा जा रहा है?
राजस्थान में आरएसएस चला रही सरकार
डोटासरा ने दावा किया कि राजस्थान में वास्तविक सत्ता आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) के हाथ में है। उन्होंने मुख्यमंत्री पर सीधा निशाना साधते हुए कहा कि वे घर पर बैठकर केवल टीवी देख रहे हैं, जबकि मंत्री सिर्फ डमी बनकर रह गए हैं। डोटासरा बोले, “उन्हें अपने अधिकारों की जानकारी ही नहीं है, न ही उन्हें समझ है कि क्या करना चाहिए।” उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री महीने में 5 दिन देव दर्शन यात्रा पर रहते हैं और बिजली, पानी, सड़क, महिलाओं की सुरक्षा जैसे अहम मुद्दों पर कोई बात नहीं करते।
अशोक गहलोत का अपमान बताया
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की टिप्पणी पर मुख्यमंत्री की प्रतिक्रिया को लेकर भी डोटासरा ने नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को गहलोत जैसे वरिष्ठ नेता की बातों का सम्मान करते हुए जवाब देना चाहिए था। “गहलोत तीन बार मुख्यमंत्री रह चुके हैं, पांच बार सांसद और छह बार विधायक रह चुके हैं। जबकि मौजूदा मुख्यमंत्री पहली बार विधायक बने हैं। इस नाते उन्हें शिष्टाचार का पालन करना चाहिए।”
प्रदेश में डेढ़ साल से सरकार नाम की कोई चीज नहीं: डोटासरा
डोटासरा ने प्रदेश की स्थिति को लेकर भी गहरी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि राजस्थान में पिछले डेढ़ साल से सरकार जैसी कोई व्यवस्था नहीं है। उन्होंने मॉकड्रिल की आवश्यकता पर सहमति जताई लेकिन साथ ही यह भी कहा कि नागरिक सुरक्षा की तैयारी तभी कारगर हो सकती है जब सरकार वास्तव में सक्रिय हो।
आतंकवाद पर सरकार से ठोस कार्रवाई की मांग
देश में हालिया आतंकी हमलों पर डोटासरा ने केंद्र सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि सरकार को सिर्फ बयानबाजी और राजनीतिक स्टंट के बजाय ठोस कार्रवाई करनी चाहिए। “आतंकवादी हमारी जमीन पर घुस रहे हैं, उनको पनाह देने वालों को खत्म करना चाहिए। पूरा देश और सभी राजनीतिक दल सरकार के साथ हैं, लेकिन बदले में सिर्फ तानाशाही और नोटंकी दिखाई दे रही है।”