शोभना शर्मा। हर माता-पिता अपने बच्चों का भविष्य सुरक्षित और बेहतर बनाना चाहते हैं। उनके बेहतर कल के लिए फाइनेंशियल प्लानिंग एक जरूरी कदम है। लेकिन यह प्लानिंग तभी सफल हो सकती है, जब सही दिशा में कदम उठाए जाएं। अक्सर माता-पिता भावनाओं में बहकर कुछ गलतियां कर बैठते हैं, जिसका परिणाम लंबे समय में नुकसानदायक हो सकता है। बच्चों के भविष्य के लिए सही वित्तीय योजना बनाना जितना महत्वपूर्ण है, उतना ही जरूरी है कि इस प्रक्रिया में कुछ गलतियों से बचा जाए।
यहां हम चर्चा करेंगे बच्चों की फाइनेंशियल प्लानिंग में की जाने वाली 5 आम गलतियों की, जिनसे हर माता-पिता को बचना चाहिए।
1. देर से निवेश की शुरुआत करना
निवेश की प्रक्रिया में समय सबसे महत्वपूर्ण फैक्टर है। जितना पहले निवेश शुरू करेंगे, उतना ही लाभ उठाएंगे। खासकर बच्चों के भविष्य के लिए निवेश करते समय यह सुनिश्चित करना आवश्यक है कि आप जल्द से जल्द शुरुआत करें। कंपाउंड इंट्रेस्ट (चक्रवृद्धि ब्याज) का नियम आपको लंबे समय में अधिक लाभ प्रदान कर सकता है। इसमें ब्याज पर ब्याज का फायदा मिलता है, जिससे आपकी राशि साल दर साल बढ़ती रहती है।
गलत कदम: निवेश की शुरुआत में देरी करना।
सही कदम: जल्द से जल्द निवेश करना और लंबी अवधि तक निवेश को बनाए रखना। इससे कंपाउंड इंट्रेस्ट का पूरा लाभ मिलेगा।
2. भविष्य के खर्चों का सही अनुमान न लगाना
बच्चों के भविष्य के लिए वित्तीय योजना बनाते समय कई माता-पिता भविष्य के खर्चों का सही अनुमान नहीं लगाते। भारत में बच्चों की शिक्षा और शादी दो मुख्य खर्च होते हैं। इन खर्चों का सही अनुमान लगाना मुश्किल हो सकता है, लेकिन इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। आपको इस बात का बेहतर अंदाजा लगाना चाहिए कि जब आपका बच्चा उच्च शिक्षा के लिए तैयार होगा, तब कितने पैसों की आवश्यकता होगी। इसी तरह, शादी के लिए भी आपको भविष्य की संभावित लागत का ध्यान रखना चाहिए।
गलत कदम: भविष्य के खर्चों को कम आंकना या सही अनुमान न लगाना।
सही कदम: भविष्य की महंगाई को ध्यान में रखते हुए, शिक्षा और शादी के खर्चों का सही अनुमान लगाना और इसके अनुसार निवेश की योजना बनाना।
3. महंगाई को नजरअंदाज करना
महंगाई एक ऐसी सच्चाई है जिसे हर किसी को ध्यान में रखना चाहिए। आज जो चीजें सस्ती हैं, भविष्य में उनकी कीमतें कई गुना बढ़ सकती हैं। जब आप बच्चों के भविष्य की वित्तीय योजना बना रहे होते हैं, तो महंगाई का प्रभाव नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। आज की तारीख में जिस राशि में शिक्षा प्राप्त की जा सकती है, वह भविष्य में उतनी नहीं होगी। इसी तरह, अन्य आवश्यकताओं की लागत भी बढ़ती जाती है।
गलत कदम: महंगाई को नजरअंदाज करना और आज की कीमतों के आधार पर प्लानिंग करना।
सही कदम: महंगाई दर को ध्यान में रखते हुए निवेश की योजना बनाना और बचत को भविष्य की महंगी आवश्यकताओं के अनुसार तैयार करना।
4. निवेश के लिए गलत इंस्ट्रूमेंट्स चुनना
निवेश की सफलता इस बात पर निर्भर करती है कि आप किस निवेश इंस्ट्रूमेंट का चयन करते हैं। बच्चों की शिक्षा, शादी या अन्य बड़े खर्चों के लिए सही निवेश विकल्प चुनना बेहद जरूरी है। उदाहरण के लिए, अगर आप बेटी की शादी के लिए निवेश करना चाहते हैं, तो सुकन्या समृद्धि योजना एक बेहतर विकल्प हो सकता है। यह योजना सुरक्षित और गारंटीड रिटर्न प्रदान करती है, जो आपके लक्ष्य को पूरा करने में मदद कर सकती है।
गलत कदम: निवेश के लिए गलत इंस्ट्रूमेंट का चयन करना, जैसे कि सिर्फ एफडी में निवेश करना या शेयर बाजार में अनिश्चित जोखिम लेना।
सही कदम: सही और सुरक्षित निवेश विकल्प चुनना, जो आपके वित्तीय लक्ष्यों को पूरा कर सके। बच्चों की शिक्षा और शादी के लिए सुकन्या समृद्धि योजना, पीपीएफ, या गोल्ड बॉन्ड जैसे विकल्प बेहतर हो सकते हैं।
5. खुद की रिटायरमेंट प्लानिंग न करना
अक्सर माता-पिता अपने बच्चों के भविष्य के लिए इतनी चिंता करते हैं कि वे अपनी रिटायरमेंट की प्लानिंग भूल जाते हैं। यह एक बड़ी गलती साबित हो सकती है। बच्चों के भविष्य के साथ-साथ अपनी रिटायरमेंट के लिए भी योजना बनाना जरूरी है। बहुत से माता-पिता यह सोचते हैं कि उनके बच्चे बड़े होकर उनकी देखभाल करेंगे, लेकिन यह विचार हमेशा सही साबित नहीं होता। इसलिए, अपने भविष्य को सुरक्षित रखने के लिए रिटायरमेंट प्लानिंग करें।
गलत कदम: अपनी रिटायरमेंट प्लानिंग को नजरअंदाज करना।
सही कदम: बच्चों के साथ-साथ अपनी रिटायरमेंट के लिए भी निवेश करना। पेंशन योजनाएं या रिटायरमेंट योजनाएं इसमें मददगार हो सकती हैं।
सही फाइनेंशियल प्लानिंग के लिए सतर्कता जरूरी
बच्चों की फाइनेंशियल प्लानिंग एक लंबी और जिम्मेदारी भरी प्रक्रिया है। इसमें छोटी-छोटी गलतियां भविष्य में बड़े नुकसान का कारण बन सकती हैं। बच्चों के भविष्य के लिए योजना बनाते समय जल्द निवेश शुरू करना, महंगाई और भविष्य के खर्चों का ध्यान रखना, सही निवेश विकल्प चुनना और अपनी रिटायरमेंट के बारे में भी सोचना जरूरी है।
यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि आपके निर्णय लंबे समय तक बच्चों के लिए फायदेमंद हों और साथ ही आपको अपने भविष्य के लिए भी चिंता न करनी पड़े। एक सही वित्तीय योजना आपको और आपके बच्चों को भविष्य में वित्तीय स्थिरता प्रदान कर सकती है।