शोभना शर्मा। दिल्ली में हाल ही में हुए ब्लास्ट के बाद देशभर की सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट मोड पर हैं। दिल्ली से अहमदाबाद तक एटीएस सहित कई केंद्रीय और राज्य स्तरीय एजेंसियां लगातार संदिग्ध स्थानों पर छापेमारी कर रही हैं। कई लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में भी लिया जा रहा है। इसी क्रम में राजस्थान के टोंक जिले से एक बड़ी कार्रवाई सामने आई है, जिसने स्थानीय स्तर पर हलचल मचा दी है।
शनिवार सुबह मालपुरा कस्बे के सादात मोहल्ला क्षेत्र में सुरक्षा एजेंसी की टीम अचानक पहुंची और एक डॉक्टर को हिरासत में ले लिया। यह घटना इतनी तेजी और गोपनीय तरीके से हुई कि मोहल्ले के लोग जाग भी नहीं पाए थे। बाद में जब डॉक्टर को पूछताछ के लिए ले जाने की खबर फैली, तो क्षेत्र में हड़कंप मच गया।
डॉक्टर के पिता रहे हैं रिटायर्ड सरकारी कर्मचारी
स्थानीय सूत्रों के मुताबिक, जिस डॉक्टर को हिरासत में लिया गया है, उसके पिता एक सेवानिवृत्त सरकारी कर्मचारी हैं। हालांकि डॉक्टर को हिरासत में लिए जाने के पीछे क्या कारण हैं, इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। टोंक पुलिस के अधिकारियों ने भी इस कार्रवाई पर किसी भी प्रकार की टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है।
सबसे बड़ा सवाल यही है कि आखिर डॉक्टर का किन लोगों से संपर्क था कि सुरक्षा एजेंसी ने उसे सीधे घर से उठाकर ले जाने जैसा कदम उठाया।
कौन सी एजेंसी ने की कार्रवाई? अभी स्पष्ट नहीं
इस पूरे ऑपरेशन की सबसे रहस्यमयी बात यह है कि अब तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि कार्रवाई किस एजेंसी ने की है। एटीएस, एसआईटी या कोई केंद्रीय सुरक्षा एजेंसी—किसी ने भी सार्वजनिक रूप से ऑपरेशन की जिम्मेदारी नहीं ली है।
घटना की संवेदनशीलता को देखते हुए माना जा रहा है कि दिल्ली ब्लास्ट कनेक्शन को लेकर कुछ इनपुट मिलने के बाद यह कार्रवाई की गई है।
मालपुरा क्षेत्र पहले भी रहा है विवादों में
मालपुरा कस्बा पहले भी कई बड़ी सांप्रदायिक घटनाओं का केंद्र रहा है। यहां “आईएसआई जिंदाबाद” के नारे लगने की घटना ने एक समय पूरे प्रदेश में तनाव पैदा कर दिया था। ऐसे में किसी संभावित संदिग्ध गतिविधि को लेकर सुरक्षा एजेंसी का यहां पहुंचना लोगों में चर्चा का विषय बन गया है।
स्थानीय लोग यह जानने को उत्सुक हैं कि आखिर डॉक्टर किन गतिविधियों से जुड़े थे और जांच एजेंसी को उनके खिलाफ क्या इनपुट मिला है।
मंत्री कन्हैया लाल चौधरी का बयान
टोंक जिले में सुरक्षा एजेंसी की इस कार्रवाई पर जलदाय मंत्री कन्हैया लाल चौधरी ने कहा कि देशद्रोही गतिविधियों में जो भी शामिल होगा, वह कहीं का भी हो, बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि राष्ट्रीय सुरक्षा सर्वोपरि है और संदिग्ध गतिविधियों पर सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।


