शोभना शर्मा। अजमेर के जवाहर लाल नेहरू (JLN) हॉस्पिटल में गुरुवार सुबह करीब 9:30 बजे एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया। हॉस्पिटल के NICU (नवजात गहन चिकित्सा इकाई) वार्ड में एक रेजिडेंट डॉक्टर और मेल नर्स के बीच बहस इतनी बढ़ गई कि मामला मारपीट तक पहुंच गया। यह पूरी घटना सीसीटीवी में कैद हो गई, जिसके बाद दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।
रेजिडेंट डॉक्टर का आरोप है कि मेल नर्स ने उनके साथ बदतमीजी की, हमला किया और जान से मारने की कोशिश की। वहीं, नर्सिंग स्टाफ का कहना है कि डॉक्टर ने पहले गाली-गलौज और मारपीट की, जिसके कारण विवाद बढ़ा। इस मामले ने तूल पकड़ लिया है और नर्सिंगकर्मियों ने हड़ताल पर जाने की चेतावनी दे दी है।
कैसे हुई मारपीट की शुरुआत?
रेजिडेंट डॉक्टर चंद्र प्रकाश के अनुसार, जब वे सुबह NICU वार्ड में पहुंचे, तो उन्होंने नवजात शिशु के इलाज से जुड़ा एक निर्देश स्टाफ को दिया। लेकिन नर्सिंग स्टाफ ने उनकी बात अनसुनी कर दी। इस पर डॉक्टर ने नर्सिंग इंचार्ज से शिकायत करने का फैसला किया और उनके कमरे में गए।
वहां पर मेल नर्स सुरेश चौधरी और विनोद मौजूद थे। डॉक्टर चंद्र प्रकाश का कहना है कि सुरेश चौधरी ने काम करने से इनकार कर दिया और बदतमीजी शुरू कर दी। इसके बाद सुरेश ने उन पर हमला कर दिया।
डॉक्टर का आरोप:
सुरेश चौधरी ने धक्का देकर मारपीट की।
चप्पल से हमला किया।
लोहे की प्लेट से सिर पर मारा।
अन्य नर्सिंग स्टाफ ने डॉक्टर को पकड़ लिया, ताकि वे खुद को बचा न सकें।
नर्सिंग स्टाफ का पक्ष: डॉक्टर ने पहले थप्पड़ मारा
मेल नर्स सुरेश चौधरी ने डॉक्टर के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि सुबह ड्यूटी के दौरान जब स्टाफ की जिम्मेदारियां तय की जा रही थीं, तभी डॉक्टर चंद्र प्रकाश आ गए और इंचार्ज से मास्क को लेकर बहस करने लगे।
नर्सिंग स्टाफ के आरोप:
डॉक्टर जोर-जोर से चिल्लाने लगे और गाली-गलौज करने लगे।
माहौल शांत करने की कोशिश की गई, लेकिन डॉक्टर ने थप्पड़ मार दिया।
इसके बाद मामला बिगड़ गया और मारपीट हुई।
महिला नर्सिंग इंचार्ज ने डॉक्टर पर अभद्र व्यवहार का आरोप लगाया
शिशु रोग विभाग की नर्सिंग इंचार्ज रेजिना ज्योति ने भी डॉक्टर चंद्र प्रकाश पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने अस्पताल अधीक्षक डॉक्टर अरविंद खरे को शिकायत दी, जिसमें कहा कि डॉक्टर का रवैया पहले से ही नर्सिंग स्टाफ के साथ अच्छा नहीं रहा है।
महिला नर्सिंग इंचार्ज के आरोप:
डॉक्टर चंद्र प्रकाश ने नर्सिंग ड्यूटी रूम में घुसकर अपमानजनक भाषा का प्रयोग किया।
उन्होंने कहा – “तेरा केप मास्क कहां है? तू यहां बकरियां चराने आती है?”
जूनियर नर्सिंग ऑफिसर सुरेश ने उन्हें शांत करने की कोशिश की, लेकिन डॉक्टर ने गाली-गलौज की और हाथापाई कर दी।
महिला नर्सिंग स्टाफ के सामने डॉक्टर जोर-जोर से चिल्लाए और गंदी भाषा का इस्तेमाल किया।
रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन की प्रतिक्रिया
रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. दिलराज ने इस विवाद को लेकर कहा कि डॉक्टर चंद्र प्रकाश केवल अपने कर्तव्य का पालन कर रहे थे। उन्होंने नवजात शिशु की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए स्टाफ को मास्क पहनने के लिए कहा था।
एसोसिएशन के बयान:
NICU में बिना मास्क के बैठना ICU प्रोटोकॉल का उल्लंघन है।
डॉक्टर चंद्र प्रकाश ने केवल स्टाफ को निर्देश दिए थे, लेकिन उन पर हमला किया गया।
नर्सिंग स्टाफ ने संगठित तरीके से डॉक्टर पर हमला किया।
आरोपी मेल नर्स सुरेश को तुरंत सस्पेंड किया जाए।
अगर इस मामले में उचित कार्रवाई नहीं हुई, तो रेजिडेंट डॉक्टर्स आगे की रणनीति तय करेंगे।
मामले की जांच और प्रशासन की प्रतिक्रिया
इस विवाद को लेकर अस्पताल प्रशासन भी हरकत में आ गया है।
प्रिंसिपल डॉक्टर अनिल सामरिया और अधीक्षक डॉक्टर अरविंद खरे हॉस्पिटल पहुंचे और दोनों पक्षों से घटना की जानकारी ली।
वरिष्ठ डॉक्टर संजीव माहेश्वरी की अध्यक्षता में एक जांच कमेटी गठित कर दी गई है।
कमेटी को जल्द रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया है।
प्रिंसिपल डॉक्टर सामरिया ने कहा कि हॉस्पिटल में इस तरह की घटनाएं निंदनीय हैं। किसी भी पक्ष को नुकसान नहीं पहुंचने दिया जाएगा, और दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
क्या आगे हड़ताल होगी?
नर्सिंग स्टाफ ने चेतावनी दी है कि अगर डॉक्टर पर कोई कार्रवाई नहीं हुई, तो वे हड़ताल करेंगे।
दूसरी ओर, रेजिडेंट डॉक्टर भी आरोपी मेल नर्स के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
अगर प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई नहीं की, तो यह विवाद और बढ़ सकता है।