मनीषा शर्मा, अजमेर। राजस्थान में विकास को एक नई दिशा देने के उद्देश्य से उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने शुक्रवार को अजमेर के सूचना केंद्र में आयोजित विकास प्रदर्शनी एवं पंच गौरव का अवलोकन किया। इस अवसर पर उन्होंने जिला विकास पुस्तिका का विमोचन किया। यह आयोजन राज्य के विकास की उपलब्धियों और भविष्य की योजनाओं को जनता के समक्ष रखने का एक अनूठा प्रयास था। इस कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी, मंत्री सुरेश रावत, देवनारायण बोर्ड के अध्यक्ष ओमप्रकाश भडाणा सहित कई जनप्रतिनिधि और प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे।
दिया कुमारी ने बजट और विकास पर जताया विश्वास
उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने कहा कि राजस्थान की भाजपा सरकार ने बजट के माध्यम से प्रदेश को विकास की नई ऊंचाइयों पर ले जाने की नींव रखी है। उन्होंने कहा, “हमारा उद्देश्य विकसित राजस्थान बनाना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस प्रयास में हमारी प्रेरणा हैं। हाल ही में ‘राइजिंग राजस्थान’ कार्यक्रम ने 35 लाख करोड़ रुपये के एमओयू साइन किए, जो अपने आप में ऐतिहासिक है। सरकार इन समझौतों को धरातल पर उतारने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।” उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि राजस्थान की जनता विकास के इस नए दौर को देखकर उत्साहित है और सरकार सभी वर्गों को साथ लेकर चलने के लिए दृढ़ संकल्पित है।
पुष्कर कॉरिडोर पर दिया बड़ा बयान
पुष्कर कॉरिडोर के विकास को लेकर दिए गए सवाल पर उपमुख्यमंत्री ने कहा, “अयोध्या और काशी की तर्ज पर पुष्कर का भी विकास किया जाएगा। यह परियोजना न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि पर्यटन को भी एक नई दिशा देगी।” उन्होंने कहा कि सरकार इसे विश्व स्तरीय पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है।
विकास प्रदर्शनी: सरकारी उपलब्धियों का प्रदर्शन
सूचना केंद्र में आयोजित विकास प्रदर्शनी के बारे में बात करते हुए दिया कुमारी ने कहा कि इस प्रदर्शनी में कई ऐसे प्रोडक्ट्स प्रदर्शित किए गए हैं, जिनकी शुरुआत भाजपा सरकार ने की है। उन्होंने बताया, “इन उत्पादों को एक करोड़ रुपये सालाना तक का आर्थिक समर्थन मिलेगा, ताकि इन्हें और अधिक बढ़ावा दिया जा सके। सरकार इससे जुड़े लोगों को भी हरसंभव सहयोग देगी।”
विधानसभा अध्यक्ष ने दी शुभकामनाएं
इस मौके पर विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा कि राजस्थान सरकार ने एक साल पूरा करते हुए जो उपलब्धियां हासिल की हैं, वह प्रदेश को विकसित राजस्थान बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होंगी। उन्होंने ‘राइजिंग राजस्थान’ कार्यक्रम को जनता की उम्मीदों का प्रतीक बताते हुए कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विजन भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का है। यह तभी संभव होगा जब राजस्थान जैसे राज्य विकास की नई ऊंचाइयों को छूएंगे।”
राइजिंग राजस्थान: ऐतिहासिक पहल
‘राइजिंग राजस्थान’ कार्यक्रम को उपमुख्यमंत्री और विधानसभा अध्यक्ष दोनों ने प्रदेश के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि बताया। इस आयोजन में 35 लाख करोड़ रुपये के एमओयू (मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग) साइन हुए, जो न केवल राज्य की आर्थिक स्थिति को मजबूती प्रदान करेंगे, बल्कि रोजगार के नए अवसर भी उत्पन्न करेंगे। सरकार ने यह स्पष्ट किया है कि इन एमओयू को धरातल पर उतारने के लिए एक ठोस योजना तैयार की गई है। यह आयोजन राज्य को निवेश के लिए एक आकर्षक गंतव्य के रूप में स्थापित करने का प्रमाण है।
जिला विकास पुस्तिका का विमोचन
कार्यक्रम के दौरान उपमुख्यमंत्री ने जिला विकास पुस्तिका का विमोचन भी किया। इस पुस्तिका में राज्य सरकार की एक साल की उपलब्धियों और भविष्य की योजनाओं का विवरण दिया गया है। यह पुस्तिका न केवल सरकार के कामकाज का दस्तावेज है, बल्कि जनता के साथ संवाद स्थापित करने का भी माध्यम है।
प्रदेश में विकास की नई लहर
दिया कुमारी ने कहा, “राजस्थान में विकास कार्य तेजी से हो रहे हैं। चाहे वह बुनियादी ढांचे का निर्माण हो, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार हो, या फिर किसानों और महिलाओं के लिए नई योजनाएं शुरू करना हो। हमारी सरकार हर वर्ग के लिए काम कर रही है।” उन्होंने यह भी बताया कि ‘राइजिंग राजस्थान’ जैसे आयोजनों ने राज्य को न केवल राष्ट्रीय स्तर पर, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी एक नई पहचान दी है।
जनता का बढ़ा भरोसा
विकास प्रदर्शनी में जनता की बड़ी भागीदारी और प्रोडक्ट्स को मिली सराहना इस बात का प्रमाण है कि राजस्थान की जनता राज्य सरकार के प्रयासों से खुश और आशान्वित है। उपमुख्यमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि जनता का यह विश्वास सरकार के लिए प्रेरणा का काम करेगा।
अजमेर में आयोजित विकास प्रदर्शनी और पंच गौरव के अवलोकन के दौरान उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने राजस्थान के विकास के प्रति अपनी सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया। जिला विकास पुस्तिका का विमोचन, पुष्कर कॉरिडोर की योजना और ‘राइजिंग राजस्थान’ के एमओयू को धरातल पर उतारने का संकल्प राज्य के उज्जवल भविष्य की ओर इशारा करते हैं।