मनीषा शर्मा। राजस्थान सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में बड़ा कदम उठाते हुए संस्कृत शिक्षा विभाग में 3003 पदों पर सीधी भर्ती करने का निर्णय लिया है। इस संदर्भ में शिक्षा विभाग ने राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड को भर्ती प्रक्रिया शुरू करने के लिए अभ्यर्थना (प्रस्ताव) भेज दी है। जल्द ही राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड इस भर्ती प्रक्रिया के लिए विज्ञप्ति जारी करेगा।
शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने बताया कि विभाग में लंबे समय से विभिन्न पद खाली पड़े थे, जिससे शैक्षिक गतिविधियों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा था। इसे ध्यान में रखते हुए, सरकार ने अध्यापक लेवल-1 और अध्यापक लेवल-2 सहित अन्य महत्वपूर्ण पदों पर भर्ती प्रक्रिया को तेज़ी से शुरू करने का फैसला किया है। इस फैसले से ना केवल शिक्षा व्यवस्था में सुधार होगा, बल्कि योग्य उम्मीदवारों को सरकारी नौकरी का सुनहरा अवसर भी मिलेगा।
भर्ती से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी
संस्कृत शिक्षा विभाग द्वारा प्रस्तावित 3003 पदों में से अधिकांश पद अध्यापक लेवल-1 और लेवल-2 के लिए हैं। इनमें 2759 पद ऐसे हैं जो शिक्षकों के लिए निर्धारित किए गए हैं। इसके अलावा, ग्रेड थर्ड शिक्षक के 179 पद, लाइब्रेरियन ग्रेड थर्ड के लिए 48 पद, और प्रयोगशाला सहायक के 17 पदों पर भर्ती की जाएगी।राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड के अध्यक्ष आलोक राज ने पुष्टि की है कि संस्कृत शिक्षा विभाग की ओर से भेजे गए प्रस्ताव को कानूनी जांच के तहत लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि अगर प्रक्रिया में कोई बाधा नहीं आई तो भर्ती प्रक्रिया जल्द ही शुरू कर दी जाएगी।
भर्ती प्रक्रिया से शिक्षा क्षेत्र को होगा लाभ
शिक्षा विभाग में खाली पदों की वजह से कई सरकारी स्कूलों और संस्थानों में शिक्षण और प्रशासनिक कार्य प्रभावित हो रहे थे। इससे छात्रों की पढ़ाई और शैक्षणिक विकास पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा था। अब इन भर्तियों के माध्यम से शिक्षकों की कमी को पूरा किया जाएगा, जिससे छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सकेगी। साथ ही, लाइब्रेरियन और प्रयोगशाला सहायक के पदों पर भर्ती होने से छात्रों को बेहतर संसाधन और प्रयोगात्मक शिक्षा का लाभ मिलेगा।इस भर्ती प्रक्रिया से राज्य के युवाओं को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे। खासकर वे उम्मीदवार जो शिक्षा के क्षेत्र में करियर बनाना चाहते हैं, उनके लिए यह एक शानदार मौका है। राजस्थान सरकार के इस कदम से ना केवल शिक्षकों की कमी दूर होगी, बल्कि राज्य में शिक्षा की गुणवत्ता को भी बढ़ावा मिलेगा।
शिक्षा मंत्री की प्रतिबद्धता
मदन दिलावर ने बताया कि शिक्षा विभाग में रिक्त पदों को भरने के लिए यह सिर्फ पहला कदम है। सरकार इस दिशा में और भी बड़े निर्णय लेने के लिए तैयार है। उन्होंने यह भी कहा कि शिक्षा सरकार की प्राथमिकता है, और राज्य के प्रत्येक छात्र को बेहतर शिक्षा प्रदान करने का हरसंभव प्रयास किया जाएगा।संस्कृत शिक्षा विभाग में इस प्रकार की बड़ी भर्ती प्रक्रिया लंबे समय के बाद हो रही है। इसने न केवल उम्मीदवारों में उत्साह पैदा किया है, बल्कि सरकारी शिक्षा संस्थानों में भी नई ऊर्जा का संचार किया है।
आगामी प्रक्रिया और उम्मीदवारों के लिए दिशा-निर्देश
राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड जल्द ही भर्ती के लिए आवेदन प्रक्रिया, पात्रता मानदंड, परीक्षा पैटर्न, और अन्य आवश्यक जानकारी जारी करेगा। उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वे आधिकारिक वेबसाइट पर नज़र रखें और सभी दिशा-निर्देशों का पालन करें। यह सुनिश्चित करें कि आवेदन प्रक्रिया में दी गई सभी जानकारी सही हो, ताकि कोई तकनीकी समस्या न हो।