शोभना शर्मा। भीलवाड़ा में शुक्रवार को बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर और कथा वाचक पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने दिव्य दरबार लगाया, जिसमें भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने समस्याओं के समाधान के लिए अर्जियां लगाईं। धीरेंद्र शास्त्री ने इस अवसर पर हिंदू राष्ट्र की स्थापना के लिए श्रीनाथजी (नाथद्वारा, राजसमंद) के चरणों में अर्जी लगाने की बात कही। उन्होंने श्रीनाथजी के चरणों में हिंदू राष्ट्र की अर्जी रखने के बाद कहा, “हमारी कोई फ्रेंचाइजी नहीं है। शक्तियों की फ्रेंचाइजी नहीं होती। यह सब बागेश्वर बालाजी की कृपा से संभव होता है।”
दिव्य दरबार की शुरुआत
धीरेंद्र शास्त्री ने राजसमंद के श्रीनाथजी मंदिर में मंगला झांकी के दर्शन के बाद दिव्य दरबार की शुरुआत की। पंडाल में आए श्रद्धालुओं ने लाल कपड़े में नारियल बांधकर अपनी समस्याओं के निवारण के लिए अर्जी लगाई। इस मौके पर उन्होंने कहा कि भक्तों की समस्याओं के निवारण के लिए घर पर या कथा स्थल पर नारियल बांधने की परंपरा है। पंडाल में आई भीड़ ने अपनी समस्याओं को दूर करने के लिए समस्याओं की पर्चियां बांधीं।
श्रद्धालुओं को दिए बीज मंत्र
दिव्य दरबार के दौरान धीरेंद्र शास्त्री ने श्रद्धालुओं को सफलता और सुख प्राप्ति के लिए विशेष बीज मंत्र बताए। उन्होंने तीन मंत्र साझा किए:
- “ओम बागेश्वराय नमः”
- “ओम हनुमंते नमः”
- “ओम संन्यासी देव नमः”
धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि नियमित रूप से इन मंत्रों का जप करने से जीवन में सुख और समृद्धि का अनुभव होता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनके पास किसी भी प्रकार की फ्रेंचाइजी नहीं है, और शक्तियों की कोई फ्रेंचाइजी नहीं होती।
धार्मिक नियमों के पालन का संदेश
धीरेंद्र शास्त्री ने भक्तों को हिंदू धर्म के प्रति सच्ची आस्था और नियमों का पालन करने की सलाह दी। उन्होंने कहा, “अगर आप बालाजी की अर्जी लगाना चाहते हैं, तो आपको कुछ नियमों का पालन करना होगा। इसके लिए लहसुन, प्याज, मांस, और शराब जैसे पदार्थों का त्याग करना होगा। बालाजी की आराधना करते हुए ये नियम अपनाने से जीवन में सुख और सफलता प्राप्त होती है।”
भक्तों के लिए समाधानों का सुझाव
दिव्य दरबार में धीरेंद्र शास्त्री ने मंच पर पहुंचे भक्तों की समस्याओं को सुना और समाधान भी बताए। उदाहरण के तौर पर, उन्होंने भीलवाड़ा के राजेंद्र गर्ग को बेटियों के विवाह, व्यापार में अड़चन, और सिर की समस्या का उपाय बताते हुए बालाजी को सरसों के तेल का चोला तीन शनिवार चढ़ाने का सुझाव दिया।
इसके अलावा, एक अन्य भक्त को शिक्षा के क्षेत्र में सफलता के लिए कवच पहनने और हनुमान जी की आराधना करने का मार्गदर्शन दिया।
श्रीनाथजी के चरणों में हिंदू राष्ट्र की अर्जी
इस दिव्य दरबार के दौरान धीरेंद्र शास्त्री ने हिंदू राष्ट्र की अर्जी लगाने की बात पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “हमने श्रीनाथजी के चरणों में हिंदू राष्ट्र की अर्जी लगाई है। हमारा उद्देश्य सभी को बागेश्वर बालाजी का भक्त बनाना है और हिंदू राष्ट्र की स्थापना के लिए जागरूकता फैलाना है।”
उन्होंने अपने भक्तों से कहा कि अगर वे बालाजी का आशीर्वाद चाहते हैं, तो जीवन में किसी भी अन्य धार्मिक रिवाज के प्रति भटकाव से बचें और पूरी आस्था के साथ बालाजी की शरण में रहें। उन्होंने यह भी कहा, “आज आप चादर चढ़ाते हैं, कल कैंडल जलाते हैं। यदि सच्चे भक्त बनना चाहते हैं, तो बालाजी के प्रति अपनी श्रद्धा बनाए रखें।”
अर्जियां लेकर आए भक्त
इस दिव्य दरबार में राजस्थान के भीलवाड़ा, झालावाड़, मांडलगढ़ और अन्य जगहों से भी बड़ी संख्या में भक्त अपनी समस्याओं के समाधान के लिए अर्जियां लेकर पहुंचे। भक्तों ने मंच पर जाकर अपने दुःख और समस्याओं का समाधान धीरेंद्र शास्त्री से प्राप्त किया। उन्होंने अपने भक्तों को हनुमान जी की आराधना करने की सलाह दी और कहा कि ऐसा करने से उनका जीवन सुरक्षित रहेगा और वे हर प्रकार की समस्या से बचे रहेंगे।