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DGP बोले- टेक्नोलॉजी बढ़ रही, पुलिस में अब भी कमी

DGP बोले- टेक्नोलॉजी बढ़ रही, पुलिस में अब भी कमी

शोभना शर्मा। राजस्थान पुलिस महानिदेशक (DGP) उत्कल रंजन साहू ने गुरुवार को अजमेर दौरे के दौरान रेंज आईजी कार्यालय में संभागीय अधिकारियों के साथ बैठक की। इस बैठक में साइबर क्राइम, कानून व्यवस्था और जनता से बेहतर संवाद पर विस्तार से चर्चा की गई। डीजीपी ने कहा कि तकनीकी उन्नति के बावजूद पुलिस सुधार और जनता की समस्याओं का समाधान आज भी प्राथमिकता होनी चाहिए।

तकनीकी बढ़त के बावजूद पुलिस में सुधार की आवश्यकता

बैठक के दौरान डीजीपी ने कहा कि जिस रफ्तार से तकनीक विकसित हो रही है, उसके मुकाबले पुलिस विभाग में संसाधनों और क्षमताओं की कमी है। उन्होंने साइबर क्राइम का जिक्र करते हुए कहा कि अपराध के बदलते पैटर्न को रोकने के लिए जनता को जागरूक करना अत्यंत जरूरी है।

  • साइबर क्राइम जागरूकता अभियान:
    राजस्थान पुलिस ने साइबर क्राइम रोकने के लिए कई जागरूकता अभियान चलाए हैं।
  • जनता की भूमिका:
    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी “मन की बात” में जनता को साइबर क्राइम के प्रति सतर्क रहने का संदेश दिया था। डीजीपी ने कहा कि अगर जनता जागरूक हो जाए तो साइबर अपराधों को रोका जा सकता है।

थाने में हाजिरी से अधिक जनता का समाधान महत्वपूर्ण

डीजीपी उत्कल रंजन साहू ने पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया कि थाने में उनकी उपस्थिति से अधिक जरूरी जनता की समस्याओं का समाधान है।

  • थाने में पारदर्शिता:
    डीजीपी ने कहा कि पुलिस थानों में कार्य सुगमता और पारदर्शिता होनी चाहिए ताकि आमजन को बार-बार थाने न आना पड़े।
  • समयबद्ध उपस्थिति:
    उन्होंने स्पष्ट किया कि सभी थाना अधिकारियों का हर समय थाने में मौजूद रहना व्यावहारिक नहीं है। प्राथमिकता जनता के मुद्दों का समाधान होना चाहिए।

अपराध रोकने के लिए संयुक्त रणनीतियां

रेंज आईजी कार्यालय में संभाग के पांच जिलों के एसपी और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आयोजित बैठक में अपराध रोकथाम की दिशा में अहम रणनीतियां तय की गईं।

  1. साइबर क्राइम रोकथाम:
    साइबर अपराधों पर नियंत्रण के लिए तकनीकी समाधान और जनभागीदारी पर जोर दिया गया।
  2. नशा तस्करी नियंत्रण:
    नशा तस्करी रोकने के लिए सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए।
  3. महिला अपराधों पर नियंत्रण:
    महिलाओं के खिलाफ अपराध रोकने के लिए विशेष रणनीतियों पर काम किया जा रहा है।
  4. क्षेत्रीय कानून-व्यवस्था:
    पांच जिलों की कानून व्यवस्था की समीक्षा करते हुए अपराधों पर सख्ती से कार्रवाई का निर्देश दिया गया।

सामाजिक जागरूकता पर बल

डीजीपी ने सामाजिक स्तर पर जागरूकता को पुलिस सुधार का अहम हिस्सा बताया।

  • जनता के साथ संवाद:
    उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि समय-समय पर आमजन से संवाद करें और उनकी समस्याओं का समाधान करें।
  • तकनीकी और जन सहयोग:
    साइबर क्राइम जैसे अपराधों को रोकने के लिए तकनीकी कौशल और जनता का सहयोग दोनों आवश्यक हैं।
  • समाज को अपराध के प्रति जागरूक करना:
    समाज के हर वर्ग, विशेषकर युवाओं और महिलाओं को अपराधों से बचाव के तरीकों के प्रति जागरूक किया जाना चाहिए।

डीजीपी का संदेश: पुलिस और जनता का समन्वय जरूरी

राजस्थान पुलिस महानिदेशक उत्कल रंजन साहू ने जनता और पुलिस के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करने की अपील की। उन्होंने कहा कि जनता का भरोसा जीतना पुलिस की प्राथमिकता होनी चाहिए। अपराध रोकने और जनता के विश्वास को मजबूत करने के लिए सभी विभागों को मिलकर काम करना होगा।

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