मनीषा शर्मा, अजमेर। भारी बारिश के चलते मौसम विभाग ने आज येलो अलर्ट जारी किया, जिसके बाद जिला कलेक्टर लोकबंधु ने जिले के सभी सरकारी और गैर-सरकारी स्कूलों में 12वीं तक के बच्चों की छुट्टी की घोषणा की। हालांकि, स्कूल स्टाफ को अपनी ड्यूटी पर यथावत उपस्थित रहने का आदेश दिया गया है। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि आदेश की अवहेलना करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
विधानसभा अध्यक्ष ने लिया जलभराव वाले क्षेत्रों का जायजा
विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कलेक्टर लोकबंधु और नगर निगम आयुक्त देशलदान के साथ शहर के विभिन्न जलभराव वाले क्षेत्रों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने जल निकासी के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए। मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले 2-3 दिनों में ठंडी हवाओं के चलते तापमान में 1 से 2 डिग्री सेल्सियस की गिरावट हो सकती है। वहीं, बारिश का दौर 12 और 13 सितंबर को भी जारी रहने की संभावना है। 14 और 15 सितंबर से भारी बारिश की गतिविधियों में कमी आ सकती है। इस सीजन में अब तक कुल 938 एमएम बारिश हो चुकी है।
कलेक्टर ने दिए नुकसान का आकलन करने के निर्देश
जिला कलेक्टर लोकबंधु ने उपखंड और ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों को अतिवृष्टि से हुए नुकसान का आकलन करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने संपत्तियों के मरम्मत, मुआवजे की सूची तैयार करने और शत प्रतिशत गिरदावरी (फसल नुकसान का आकलन) के आदेश भी दिए। अतिवृष्टि से प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव कार्य तेज करने के निर्देश दिए गए हैं।
आनासागर झील में जलस्तर सामान्य
अजमेर की प्रमुख जलाशय आनासागर से पानी की निकासी तेज़ी से हो रही है। इसका वर्तमान जलस्तर 15 फीट 3 इंच पर पहुंच चुका है। यहां तीन गेट दो-दो फीट खुले हुए हैं, और 2.3 फीट पानी ओवरफ्लो हो रहा है। झील की अधिकतम भराव क्षमता 16 फीट है। दूसरी ओर, फॉयसागर में भी पानी की आवक जारी है। इसका जलस्तर 5 इंच तक पहुंच चुका है, जो पहले 2.5 इंच था। दोनों पाल से पानी ओवरफ्लो हो रहा है, जिससे फॉयसागर से 19.656 एमसीएफटी पानी की निकासी पिछले 24 घंटों में हो चुकी है।
अन्य जलाशयों की स्थिति
चौरसियावास तालाब भी 5 इंच ओवरफ्लो हो चुका है, और यह पानी आनासागर में प्रवाहित हो रहा है। खानपुरा तालाब का जलस्तर 3 फीट तक ओवरफ्लो है। इस सीजन में कई बांधों में दशकों बाद पानी की आवक हुई है, जिससे जिले की जल स्थिति में सुधार देखने को मिला है। विशेष रूप से, रामसर तालाब 46 साल बाद पूरी तरह लबालब हो गया है, जो एक महत्वपूर्ण संकेत है।
प्रशासन ने जल निकासी और अन्य बचाव कार्यों के लिए आवश्यक उपाय किए हैं ताकि जलभराव और बारिश से उत्पन्न समस्याओं से शहर को राहत मिल सके। नगर निगम द्वारा जलभराव वाले क्षेत्रों में अतिरिक्त पंपिंग मशीनों और कर्मचारियों को तैनात किया गया है, जिससे पानी की निकासी तेजी से हो सके और जलजमाव की स्थिति से निपटा जा सके।