latest-newsजयपुरराजनीतिराजस्थान

देवनानी: छात्रसंघ चुनाव से लीडरशिप का विकास, संसद में शांति की मिसाल नेहरू के समय

देवनानी: छात्रसंघ चुनाव से लीडरशिप का विकास, संसद में शांति की मिसाल नेहरू के समय

मनीषा शर्मा ।  विधानसभा स्पीकर वासुदेव देवनानी ने युवा संसद के दौरान छात्रसंघ चुनाव के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि छात्रसंघ चुनाव लीडरशिप के विकास में सहायक होते हैं। हालांकि, उन्होंने वर्तमान समय में इसमें आ रही कमियों पर विचार करने की आवश्यकता भी जताई। देवनानी का यह बयान उस समय आया है जब सरकार ने छात्रसंघ चुनावों पर आधिकारिक रूप से कुछ नहीं कहा है, जिससे सियासी हलकों में चर्चा शुरू हो गई है।

देवनानी ने भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के समय की संसद की कार्यवाही की सराहना की। उन्होंने कहा कि उस समय विपक्ष के नेताओं की बातों को शांति से सुना जाता था और सार्थक चर्चा होती थी। उन्होंने कहा कि आजकल संसद और विधानसभा का स्तर वैसा नहीं दिख रहा, जैसा पहले था। देवनानी ने बताया कि विरोध और समर्थन के लिए विरोध और समर्थन जैसी प्रवृत्ति लोकतंत्र में आस्था को कम कर रही है।

उन्होंने संविधान की रक्षा पर बल दिया और कहा कि कोई भी संविधान को समाप्त नहीं कर सकता। देवनानी ने संविधान के प्रति आस्था और श्रद्धा रखने की अपील की। उन्होंने कहा कि हमारे संविधान की शक्ति ही हमारे लोकतंत्र की ताकत है।

देवनानी ने वसुधैव कुटुम्बकम् की सोच पर जोर दिया और कहा कि इसी सोच के कारण भारत विश्वगुरु कहलाता था और अब भी है। उन्होंने कहा कि जब युवा संसद से जुड़ते हैं तो एक नई ऊर्जा और शक्ति का स्रोत बनते हैं। इस सोच के साथ, उन्होंने समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की अपील की।

post bottom ad

Discover more from MTTV INDIA

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading