शोभना शर्मा। राजस्थान की डिप्टी सीएम दीया कुमारी ने जयपुर में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम के दौरान राज्य को सड़क सुरक्षा और बेहतर बुनियादी ढांचे का बड़ा तोहफा दिया है। उन्होंने महारानी कॉलेज, जयपुर से ‘सुरक्षित सड़क मार्ग (SUSMA) अभियान’ की शुरुआत की। इस मौके पर उन्होंने सड़क सुरक्षा को प्राथमिकता बताते हुए घोषणा की कि राज्य सरकार सड़क मरम्मत और सुधार कार्यों पर 1500 करोड़ रुपये खर्च करेगी।
दीया कुमारी ने कहा कि यह केवल सरकार का नहीं बल्कि पूरे समाज का दायित्व है कि लोग सड़क सुरक्षा के महत्व को समझें और इसके प्रति सजग रहें। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि सड़क सुरक्षा का विषय महिलाओं और छात्राओं की सुरक्षा से भी गहराई से जुड़ा है।
युवाओं और नागरिकों की सक्रिय भागीदारी पर जोर
डिप्टी सीएम ने अपने संबोधन में कहा कि सड़क सुरक्षा तभी सफल हो सकती है जब इसमें युवा और आम नागरिक सक्रिय रूप से हिस्सा लें। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे न केवल खुद ट्रैफिक नियमों का पालन करें बल्कि दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि सड़क सुरक्षा का अभियान तभी सार्थक होगा जब इसे एक सामाजिक आंदोलन का रूप दिया जाए।
नागरिकों को सड़क की गुणवत्ता पर नजर रखने का संदेश
दीया कुमारी ने सड़कों के निर्माण और मरम्मत की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिलाया। उन्होंने कहा कि नागरिकों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि सड़कों का निर्माण सही गुणवत्ता से हो और यदि कहीं गड़बड़ी दिखाई दे तो उसकी जानकारी तुरंत संबंधित विभाग तक पहुंचाएं।
उन्होंने कहा कि यह केवल सरकार का नहीं बल्कि जनता का भी कर्तव्य है कि वे अच्छी सड़क व्यवस्था और सुरक्षित यातायात वातावरण के निर्माण में अपनी भूमिका निभाएं।
1500 करोड़ से होगी सड़कों की मरम्मत
अपने संबोधन में डिप्टी सीएम ने लोक निर्माण विभाग (PWD) की तैयारियों की जानकारी देते हुए कहा कि उनकी सरकार ने सड़कों की मरम्मत और सुरक्षा के लिए 1500 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। यह राशि राज्य की प्रमुख सड़कों, ग्रामीण मार्गों और शहर की आंतरिक सड़कों की मरम्मत और सुधार पर खर्च की जाएगी।
उन्होंने पिछली सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि “सड़कों के गड्ढे उनकी विरासत हैं, लेकिन अब हमारी सरकार इसे दूर करेगी।” साथ ही उन्होंने यह भी घोषणा की कि PWD के वरिष्ठ अधिकारियों को अब सप्ताह में कम से कम दो दिन फील्ड विजिट करना होगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस निरीक्षण में वह स्वयं भी शामिल होंगी।
महिला सुरक्षा और स्वच्छता को भी जोड़ा सड़क सुरक्षा से
दीया कुमारी ने महिलाओं और छात्राओं की सुरक्षा को भी सड़क सुरक्षा से जोड़ते हुए कहा कि एक सुरक्षित और साफ-सुथरा वातावरण बनाना सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने यह भी कहा कि नागरिकों को शहर की सफाई और स्वच्छता पर ध्यान देना चाहिए, ताकि शहर न केवल सुरक्षित बल्कि रहने योग्य भी बने।
उन्होंने जोर देकर कहा कि अगर हर नागरिक अपनी जिम्मेदारी समझे तो सड़क सुरक्षा और स्वच्छता दोनों ही सुनिश्चित की जा सकती हैं।
सड़क सुरक्षा को बनाया जाएगा आंदोलन
इस अभियान का उद्देश्य केवल नियमों का पालन करवाना ही नहीं, बल्कि समाज में सड़क सुरक्षा की एक गहरी समझ पैदा करना है। उन्होंने कहा कि स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में इस अभियान को लेकर जागरूकता कार्यक्रम चलाए जाएंगे ताकि युवा पीढ़ी शुरू से ही ट्रैफिक नियमों का पालन करने की आदत डाले।
इसके अलावा, उन्होंने कहा कि यातायात नियम तोड़ने वालों को जागरूक करना समाज की सामूहिक जिम्मेदारी है। सरकार का प्रयास होगा कि हेलमेट, सीट बेल्ट और ट्रैफिक सिग्नल के पालन जैसे नियमों का कड़ाई से पालन करवाया जाए।