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राहुल गांधी का पासपोर्ट रद्द करने की मांग: सियासी बवाल

राहुल गांधी का पासपोर्ट रद्द करने की मांग: सियासी बवाल

मनीषा शर्मा। बीजेपी नेता और राजस्थान के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के पासपोर्ट को रद्द करने की मांग की है। जोशी ने इस संबंध में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने तीन प्रमुख कारण गिनाए हैं, जिनके आधार पर राहुल गांधी के पासपोर्ट को रद्द किया जाना चाहिए। यह मामला तब सामने आया जब राहुल गांधी ने अमेरिका में अपने भाषण के दौरान कुछ ऐसे बयान दिए, जिन्हें बीजेपी ने देश विरोधी करार दिया। जोशी के इस पत्र के बाद भारतीय राजनीति में हलचल मच गई है, और कांग्रेस ने इस पर तीखा पलटवार किया है।

राहुल गांधी के बयानों पर आपत्ति

राहुल गांधी के हालिया अमेरिका दौरे के दौरान दिए गए बयान को लेकर बीजेपी ने उन पर आक्रमण शुरू कर दिया। सीपी जोशी ने अपने पत्र में तीन मुख्य बिंदु गिनाए, जो इस विवाद के केंद्र में हैं:

  • विदेश में दिए बयान अस्वीकार्य:

जोशी का आरोप है कि राहुल गांधी ने विदेश की धरती पर जो बयान दिए, वे एक जिम्मेदार भारतीय नागरिक के तौर पर किसी भी प्रकार से स्वीकार्य नहीं हैं। उनका कहना है कि इस तरह के बयान देश की छवि को नुकसान पहुंचाने का काम करते हैं।

  • देश विरोधी गतिविधियों का आरोप:

जोशी का दावा है कि राहुल गांधी के बयान महज राजनीतिक नहीं थे, बल्कि उन्हें देश विरोधी गतिविधियों की श्रेणी में रखा जा सकता है। उन्होंने कहा कि ये बयान राहुल गांधी के आचरण को संदेह के घेरे में लाते हैं।

  • अंतरराष्ट्रीय संबंधों पर प्रभाव:

पत्र में कहा गया है कि राहुल गांधी के बयानों से देश की आंतरिक स्थिरता, सीमाओं की सुरक्षा और अंतरराष्ट्रीय संबंधों पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है। साथ ही जोशी ने आरोप लगाया कि राहुल विपक्ष के नेता के पद का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं।

राहुल गांधी के पासपोर्ट रद्द करने की मांग

सीपी जोशी ने अपने पत्र में लोकसभा अध्यक्ष से अपील की है कि इन तीन कारणों पर विचार करने के बाद राहुल गांधी का पासपोर्ट रद्द किया जाना चाहिए। उनका मानना है कि राहुल गांधी ने अपने बयानों के जरिए देश को अस्थिर करने का प्रयास किया है, और ऐसे में उनके पासपोर्ट को जारी रखना देश की सुरक्षा के लिए खतरा हो सकता है।

डोटासरा का पलटवार

सीपी जोशी के इस पत्र के बाद कांग्रेस के पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने जोशी पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए कहा कि जोशी का यह कदम केवल चापलूसी और चमचागिरी का प्रतीक है। डोटासरा ने लिखा कि बीजेपी नेताओं के बीच चापलूसी और मंत्रिमंडल विस्तार में अपनी पर्ची निकलवाने की होड़ मची हुई है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि जोशी द्वारा लिखा गया यह पत्र इसी का उदाहरण है।

डोटासरा ने बीजेपी पर भी हमला करते हुए कहा कि जो लोग खुद को देशभक्ति के प्रतीक मानते हैं, वे दो-दो कुर्बानियां देने वाले परिवार को राष्ट्र का सम्मान और सुरक्षा सिखाने की कोशिश कर रहे हैं। उनका इशारा गांधी-नेहरू परिवार की तरफ था, जिन्होंने भारत की स्वतंत्रता और विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

सियासी बवाल और बढ़ता विवाद

राहुल गांधी के पासपोर्ट को लेकर उठाया गया यह मुद्दा भारतीय राजनीति में एक और सियासी मोड़ बन गया है। बीजेपी के नेता इस मामले को जोर-शोर से उठाने में लगे हैं, जबकि कांग्रेस इसे भाजपा की चाल और राजनीतिक प्रतिशोध का हिस्सा बता रही है। दोनों पार्टियों के बीच तीखा आरोप-प्रत्यारोप जारी है।

जहां बीजेपी का मानना है कि राहुल गांधी ने विदेश में जाकर भारत की छवि को नुकसान पहुंचाने का काम किया है, वहीं कांग्रेस इस आरोप को सिरे से खारिज कर रही है और इसे मात्र राजनीतिक हथकंडा बता रही है। यह मामला आने वाले दिनों में और भी गर्म हो सकता है, क्योंकि दोनों पार्टियां इसे आगामी चुनावों के मद्देनजर भुनाने की कोशिश कर रही हैं।

क्या होगा आगे?

अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला इस मामले में क्या रुख अपनाते हैं। यदि राहुल गांधी का पासपोर्ट रद्द किया जाता है, तो यह भारतीय राजनीति में एक बड़ा विवाद खड़ा कर सकता है। दूसरी ओर, कांग्रेस इस मुद्दे को अपने नेताओं की स्वतंत्रता और अभिव्यक्ति के अधिकार पर हमले के रूप में देख रही है।

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