शोभना शर्मा। महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय (MDSU) से सम्बद्ध कॉलेजों में पढ़ने वाले पीजी फर्स्ट ईयर सेमेस्टर प्रथम के रेग्यूलर छात्रों के लिए महत्वपूर्ण सूचना जारी की गई है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने सभी महाविद्यालयों को निर्देश दिया है कि वे अपने छात्रों का डेटा ऑनलाइन अपलोड करें। इस प्रक्रिया में गलती की गुंजाइश नहीं है, क्योंकि एक बार डेटा अपलोड और लॉक होने के बाद उसमें संशोधन का कोई विकल्प नहीं होगा।
डेटा अपलोड की अंतिम तिथि
विश्वविद्यालय ने डेटा अपलोड करने की अंतिम तिथि 30 दिसंबर 2024 तक बढ़ा दी है। कॉलेज प्रशासन को निर्देश दिया गया है कि वे जल्द से जल्द अपने लॉगिन आईडी के माध्यम से छात्रों का डेटा विश्वविद्यालय की आधिकारिक वेबसाइट पर अपलोड करें।
सीएसवी फॉर्मेट में डेटा अपलोड
परीक्षा नियंत्रक सुनील टेलर ने जानकारी दी कि छात्रों का डेटा सीएसवी फॉर्मेट में अपलोड करना होगा। इसके लिए वेबसाइट पर सैंपल फाइल उपलब्ध कराई गई है। कॉलेज प्रशासन को इस सैंपल फाइल का उपयोग करते हुए डेटा भरना होगा।
आवश्यक जानकारी
सैंपल फाइल में छात्रों का नाम, पिता का नाम, माता का नाम और अन्य विवरण सीनियर सैकंडरी अंकतालिका के अनुसार भरना अनिवार्य है। इसके साथ ही छात्रों का यूनिक मोबाइल नंबर भी देना होगा।
ध्यान रखने योग्य बातें
- डेटा की सावधानीपूर्वक एंट्री:
डेटा अपलोड करते समय विशेष सावधानी बरतनी होगी। किसी भी प्रकार की गलती की जिम्मेदारी संबंधित महाविद्यालय की होगी। - सीट सीमा:
कॉलेज को आवंटित सीटों से अधिक छात्रों का डेटा अपलोड नहीं किया जा सकता। - लॉक करने के बाद बदलाव संभव नहीं:
डेटा फाइल अपलोड और चेक करने के बाद उसे लॉक करना होगा। लॉक होने के बाद सीएसवी फाइल में कोई बदलाव नहीं किया जा सकेगा।
परीक्षा आवेदन फॉर्म भरने की प्रक्रिया
डेटा लॉक होने के बाद ही संबंधित कॉलेज के नियमित छात्र परीक्षा आवेदन फॉर्म भर सकते हैं। अगर किसी छात्र का डेटा अपलोड करने में गलती होती है या उसका नाम छूट जाता है, तो वह परीक्षा फॉर्म भरने से वंचित रह सकता है। इसकी पूरी जिम्मेदारी कॉलेज प्रशासन की होगी।
छात्रों और कॉलेज प्रशासन के लिए सुझाव
- अपलोड करने से पहले डेटा की दोबारा जांच करें।
- सही जानकारी सीनियर सैकंडरी अंकतालिका के अनुसार भरें।
- छात्र का यूनिक मोबाइल नंबर अनिवार्य रूप से दर्ज करें।
- वेबसाइट पर सैंपल फाइल को समझकर ही फॉर्मेट भरें।