मनीषा शर्मा। अजमेर स्थित विश्व प्रसिद्ध ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह के दीवान जेनुअल आबेदीन के बेटे नसरुद्दीन चिश्ती ने पाकिस्तान के नेताओं पर तीखा हमला बोला है। पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के नेता बिलावल भुट्टो के बयान के जवाब में नसरुद्दीन चिश्ती ने कहा कि खून और पानी एक साथ नहीं बह सकते। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि भारत ने अपने पानी को रोक लिया है और अब आतंकवादियों का खून बहेगा, जिन्हें पाकिस्तान ने पाल-पोसकर बड़ा किया है।
चिश्ती ने अपने बयान में पाकिस्तान की आतंकवाद को पनाह देने वाली नीतियों की भी कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान आतंकियों के लिए सेफ हेवन बन चुका है, जहां उन्हें फाइव स्टार जैसी सुविधाएं दी जाती हैं। ओसामा बिन लादेन का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि उसकी मौत प्राकृतिक नहीं थी, बल्कि अमेरिका की फोर्स ने पाकिस्तान में घुसकर उसे मारा था। इससे स्पष्ट है कि पाकिस्तान आतंकवाद का गढ़ बना हुआ है।
हिंदुस्तान के चरित्र की बात करते हुए नसरुद्दीन चिश्ती ने कहा कि भारत एक शांतिप्रिय देश है, लेकिन उसकी शांति केवल उन्हीं के लिए है जो शांति से रहते हैं। उन्होंने दो टूक कहा कि जो भारत की संप्रभुता और सुरक्षा के खिलाफ काम करेगा, उसके लिए कोई नरमी नहीं दिखाई जाएगी।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री द्वारा हमलों की जांच की बात पर भी चिश्ती ने नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि कब तक सिर्फ जांच चलती रहेगी? अब वक्त है कि पाकिस्तान को अपने सवालों के जवाब भी देने चाहिए। उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि जल्द ही ऐसा समय आएगा जब पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) के लोग बकरीद भारत में मनाएंगे और भारतीय सैनिक दीवाली पीओके में मनाएंगे। उनका यह बयान भारत की बढ़ती सैन्य ताकत और संकल्प को दर्शाता है।
नसरुद्दीन चिश्ती का यह बयान न केवल पाकिस्तान को कड़ा संदेश देता है, बल्कि देशवासियों में एक नई ऊर्जा और विश्वास भी भरता है। उन्होंने यह भी साफ किया कि आतंकवाद को किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और भारत अब अपने आत्म-सम्मान की रक्षा के लिए हर संभव कदम उठाने को तैयार है।
चिश्ती का यह आक्रामक रुख बताता है कि अब केवल बातचीत का दौर नहीं रहा, बल्कि भारत अब ठोस कार्रवाई के लिए भी तैयार है। उनका कहना है कि अब पानी नहीं बहेगा, बल्कि आतंकियों का खून बहेगा — और यह संदेश सिर्फ पाकिस्तान के लिए नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के लिए भी है।