शोभना शर्मा। राजस्थान की धार्मिक राजधानी कहे जाने वाले जयपुर में दीपावली पर्व के अवसर पर गोविंददेव जी मंदिर में श्रद्धा और आस्था का अद्भुत संगम देखने को मिला। सोमवार को सुबह से ही मंदिर परिसर में भक्तों का तांता लगा रहा। ठाकुर श्री गोविंददेव जी को इस पावन अवसर पर सुनहरे पार्चे की लप्पा पोशाक और विशेष अलंकार श्रृंगार धारण कराया गया। पूरा मंदिर परिसर दीपों की रौशनी से जगमगा उठा।
मंदिर प्रशासन ने बताया कि इस वर्ष दीपावली उत्सव के लिए 18 अक्टूबर से 22 अक्टूबर तक विशेष रोशनी और सजावट की गई है। मंदिर के मुख्य द्वार, सभागार, आंगन और गोवर्धन पूजा स्थल पर रंग-बिरंगी लाइटों और फूलों से साज-सज्जा की गई है।
बढ़ती भीड़ को देखते हुए झांकी के समय में बदलाव
कार्तिक मास में दीपावली उत्सव के दौरान दर्शनार्थियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए मंदिर प्रशासन ने झांकी के समय में कुछ बदलाव किए। मंगला झांकी से पूर्व ठाकुर श्रीजी का अभिषेक किया गया और इसके पश्चात उन्हें सुनहरे पार्चे की लप्पा पोशाक धारण कराई गई। दिनभर भक्तों ने जयकारों के साथ ठाकुर जी के दर्शन किए और लड्डू का भोग अर्पित किया गया।
शाम के समय ठाकुर श्रीजी के समक्ष जगमोहन में आकर्षक रंगोली सजाई गई। भक्तों ने दीपों से पूरे प्रांगण को आलोकित किया। हर वर्ष की तरह इस बार भी भक्तों ने दीपावली के अवसर पर विशेष भोग और आरती में भाग लिया।
अन्नकूट उत्सव की तैयारियां जोरों पर
ठिकाना गोविंद धाम, मंदिर गोविंददेव जी महाराज, जयपुर में इस वर्ष अन्नकूट उत्सव 22 अक्टूबर, बुधवार को बड़े हर्षोल्लास से मनाया जाएगा। मंदिर के महंत अंजन कुमार गोस्वामी ने बताया कि अन्नकूट उत्सव के दिन मंगला आरती के बाद ठाकुर श्रीजी का पंचामृत अभिषेक किया जाएगा। इसके बाद ठाकुर जी को प्राचीन सुनहरी पोशाक और विशेष श्रृंगार धारण कराया जाएगा।
अन्नकूट झांकी का आयोजन दोपहर 12 बजे से 12:30 बजे तक किया जाएगा। इस अवसर पर ठाकुर श्रीजी को 56 भोग, 25 प्रकार की कच्ची सब्जियां, चावल और विशेष व्यंजनों का अर्पण किया जाएगा। बताया गया कि इस विशेष अवसर पर करीब 20 से 25 प्रकार की सब्जियों से अन्नकूट तैयार किया जाएगा।
राजभोग झांकी के दर्शन नहीं होंगे संभव
मंदिर प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि अन्नकूट वाले दिन राजभोग झांकी के दर्शन नहीं हो पाएंगे। हालांकि अन्य झांकियों के समय यथावत रहेंगे। विशेष अन्नकूट झांकी के दौरान महंत अंजन कुमार गोस्वामी मंदिर की पश्चिम दिशा में स्थित तुलसी मंच पर गोवर्धन पूजा और गौ-बछड़ा पूजा का आयोजन करेंगे। इसके पश्चात भव्य आरती का आयोजन होगा। भक्तों को इस दिन विशेष व्यवस्था के तहत दर्शन की अनुमति दी जाएगी ताकि भीड़ प्रबंधन सुचारू रहे।
गुप्त वृंदावन धाम में भी दीपोत्सव की विशेष साज-सज्जा
जयपुर के साथ ही गुप्त वृंदावन धाम में भी दीपावली और अन्नकूट उत्सव की भव्य तैयारियां की गई हैं। यहां दीपोत्सव के अवसर पर मंदिर परिसर को सैकड़ों दीपों और रंग-बिरंगे फूलों से सजाया गया। ठाकुर कृष्ण-बलराम को मोती जड़ित मुकुट और विशेष पोशाक धारण करवाई गई।
मंदिर के पुजारियों ने बताया कि यहां बैंगलुरु से विशेष फूल मंगवाकर भगवान का श्रृंगार किया गया। दीपावली के अगले दिन यानी 22 अक्टूबर को यहां भी अन्नकूट उत्सव मनाया जाएगा, जिसमें ठाकुर श्रीजी का पंचामृत अभिषेक और प्राचीन सुनहरी पोशाक धारण कराई जाएगी।
इस विशेष झांकी में ठाकुर श्रीजी को 25 प्रकार की सब्जियों, 56 भोग और विविध अन्नकूट व्यंजनों का अर्पण किया जाएगा। भक्तों के दर्शन हेतु यहां विशेष समय निर्धारित किया गया है ताकि सभी श्रद्धालु उत्सव के आनंद में शामिल हो सकें।
जयपुर के गोविंददेव जी मंदिर में दीपावली पर्व और अन्नकूट उत्सव न केवल धार्मिक महत्व रखते हैं बल्कि यह राजस्थान की सांस्कृतिक विरासत और भक्ति परंपरा का प्रतीक भी हैं। हर वर्ष की तरह इस बार भी मंदिर में भव्य सजावट, श्रृंगार, भोग और झांकियों के साथ दीपावली उत्सव श्रद्धा और उल्लास के माहौल में मनाया जा रहा है।