मनीषा शर्मा । राजस्थान में ‘ठाकुर का कुआं’ कविता को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। बायतु विधायक हरीश चौधरी की इस कविता ने सियासी हलचल मचा दी है, जिसमें राजपूत समाज और कई राजनीतिक दलों ने नाराजगी जताई है। विधानसभा में इस विवाद के बीच, उद्योग मंत्री और भूतपूर्व कैबिनेट मंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने विधायक चौधरी और कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा।
राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कविता के माध्यम से कहा कि यह लोग ‘मोहब्बत की नेम प्लेट लगाते हैं और दुकान नफरत की चलाते हैं।’ उन्होंने आरोप लगाया कि कविता में जहर भरी बातें की गई हैं, जो समाज को बांटने का काम करती हैं। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस का इतिहास बांटने का रहा है, जबकि भारत की ताकत उसकी विविधता में निहित है। राठौड़ ने कहा कि हर जाति में योद्धा होते हैं और जब किसी ने अपनी रियासत छोड़ी या शहादत दी, तब जाकर भारत मजबूत बना।
इस विवाद को लेकर राजपूत समाज ने भी कड़ी प्रतिक्रिया दी है। श्री राजपूत करणी सेना ने विधायक चौधरी से माफी की मांग की है और चेतावनी दी है कि अगर उन्होंने माफी नहीं मांगी, तो इसके गंभीर परिणाम होंगे। इस मुद्दे पर सदन में भी गहमा-गहमी देखी गई, जहां कई नेताओं ने चौधरी की कविता के खिलाफ विरोध जताया।
विधायक हरीश चौधरी की ‘ठाकुर का कुआं’ कविता के खिलाफ इस विरोध ने राजस्थान की राजनीति में नई उथल-पुथल पैदा कर दी है। इस विवाद के बीच, राज्य की राजनीति में आगे क्या मोड़ आता है, यह देखना दिलचस्प होगा।