शोभना शर्मा । सोमवार को लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी द्वारा दिए गए संबोधन के कई हिस्सों को रिकॉर्ड से हटा दिया गया है। राहुल गांधी ने अपने भाषण में हिंदुओं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और आरएसएस पर टिप्पणी की थी। राहुल गांधी ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि ‘जो लोग अपने आप को हिंदू कहते हैं, वह 24 घंटे हिंसा, नफरत और झूठ बोलते रहते हैं। ये हिंदू हैं ही नहीं। हिंदू धर्म में साफ लिखा है कि सच के साथ खड़ा होना चाहिए और सच से कभी पीछे नहीं हटना चाहिए।’
राहुल गांधी के इस बयान पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आपत्ति जताई और कहा कि पूरे हिंदू समाज को हिंसक कहना गंभीर बात है। राहुल गांधी ने अपने बयान को स्पष्ट करते हुए कहा कि उन्होंने भाजपा को हिंसक कहा है, न कि पूरे हिंदू समाज को। उन्होंने यह भी कहा कि नरेंद्र मोदी, भाजपा या आरएसएस पूरा हिंदू समाज नहीं हैं।
राहुल गांधी की टिप्पणी के कारण विवाद उत्पन्न हुआ और सोमवार को उन्होंने बतौर नेता विपक्ष अपना पहला भाषण दिया। उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि ‘हिंदू धर्म में साफ लिखा है कि सच के साथ खड़ा होना चाहिए और अहिंसा फैलानी चाहिए।’ उनकी इस बात पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आपत्ति जताई।
इस विवाद के बाद लोकसभा के रिकॉर्ड से राहुल गांधी के भाषण के कई हिस्सों को हटा दिया गया है। राहुल गांधी के इस बयान से संसद में हलचल मच गई और विभिन्न दलों के नेताओं ने अपनी प्रतिक्रिया दी। इस घटना से एक बार फिर संसद में धार्मिक और राजनीतिक मुद्दों पर तीखी बहस छिड़ गई है।