शोभना शर्मा। भरतपुर से बीजेपी के टिकट पर लोकसभा चुनाव हारे रामस्वरूप कोली ने अपनी पार्टी के नेताओं पर हमला बोला है। चुनाव में हार के बाद पहली बार खुलकर सामने आए कोली ने अपनी हार के लिए भरतपुर के विधायकों और पूर्व सांसद बहादुर सिंह कोली को जिम्मेदार ठहराया। कोली का दावा है कि बहादुर सिंह कोली ने खुलकर उनका विरोध किया और संजना जाटव को जितवाने में मदद की।
रामस्वरूप कोली ने एक इंटरव्यू में कहा कि बहादुर सिंह ने लोगों से कहा कि संजना को कन्यादान के रूप में वोट दें। कोली ने आरोप लगाया कि पार्टी के अन्य नेता भी उनका समर्थन नहीं कर रहे थे, और गुर्जर वोटर्स की नाराजगी अवैध खनन के खिलाफ अभियान के कारण थी। कोली ने कहा कि अवैध खनन के खिलाफ अभियान के चलते गुर्जर नाराज हुए और चुनाव में उन्हें समर्थन नहीं दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि जिले के बीजेपी विधायकों ने भी उनका विरोध किया और चुनावों में सक्रियता नहीं दिखाई।
कोली ने कहा कि सचिन पायलट की वजह से भी उन्हें नुकसान हुआ क्योंकि पायलट ने संजना जाटव के लिए प्रचार किया। कोली ने पूर्व मंत्री विश्वेंद्र सिंह को बीजेपी में शामिल करने की वकालत की, जिससे उन्हें फायदा हो सकता था।
कोली ने कहा कि वह अमित शाह और जेपी नड्डा से मिलकर अपनी पीड़ा साझा करेंगे। उन्होंने कहा कि भरतपुर बीजेपी जिलाध्यक्ष मनोज भारद्वाज ने भी चुनावों में उनका समर्थन नहीं किया और मुख्यमंत्री का विरोध किया। कोली ने कहा कि एससी-एसटी आरक्षण खत्म करने की अफवाहों के कारण भी बीजेपी को नुकसान हुआ। प्रधानमंत्री और गृहमंत्री ने इसे खारिज किया, लेकिन फिर भी एससी-एसटी समुदाय में गलतफहमी बनी रही।