मनीषा शर्मा। राजस्थान में बीजेपी सरकार ने अपने एक साल का कार्यकाल पूरा कर लिया है। इस उपलब्धि के मौके पर सरकार 17 दिसंबर को राजधानी जयपुर में भव्य जश्न मनाने की तैयारी कर रही है। इस समारोह में सरकार की ओर से करीब 2900 से अधिक लाभार्थियों को आमंत्रित किया गया है। लेकिन इस जश्न के बीच, विपक्ष खासकर कांग्रेस पार्टी के नेता सरकार की कार्यशैली और नीतियों पर सवाल खड़े कर रहे हैं।
कांग्रेस विधायक जाकिर हुसैन गैसावत का हमला
नागौर कांग्रेस जिला अध्यक्ष और मकराना विधायक जाकिर हुसैन गैसावत ने शुक्रवार को सरकार की नीतियों और प्रशासनिक कार्यशैली को लेकर तीखा कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि, “प्रदेश में वीसी के माध्यम से सरकार चलाई जा रही है। चुने हुए मंत्रियों और विधायकों के बजाय मुख्य सचिव और ब्यूरोक्रेसी के निर्देशों पर ही काम किया जा रहा है। हालांकि, इन आदेशों का जनता पर कोई सकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ता।”
मकराना संगमरमर का मुद्दा
विधायक ने मकराना संगमरमर खदानों का जिक्र करते हुए सरकार की आलोचना की। उन्होंने कहा “मकराना संगमरमर, जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वयं सराहा है, उस पर सरकार ध्यान नहीं दे रही है। खदानों को संरक्षण देने के बजाय, उनके लाइसेंस रद्द किए जा रहे हैं। इससे संगमरमर उद्योग में रोजगार और व्यापार पर बुरा असर पड़ रहा है।”
रोजगार और निवेश पर सवाल
राजस्थान सरकार द्वारा “राइजनिंग राजस्थान” के माध्यम से निवेश प्रोत्साहन और रोजगार सृजन के दावे को लेकर भी विधायक ने सवाल खड़े किए। उन्होंने आरोप लगाया कि ये सिर्फ कागजी दावे हैं और जमीनी हकीकत में कोई बदलाव नहीं हो रहा है।
वन स्टेट वन इलेक्शन पर कटाक्ष
विधायक गैसावत ने सरकार के वन स्टेट वन इलेक्शन के विचार पर भी कटाक्ष करते हुए कहा कि जहां नगर निकायों का कार्यकाल पूरा हो चुका है, वहां तत्काल चुनाव करवाने की आवश्यकता है। लेकिन सरकार प्रशासक नियुक्त कर जनता की समस्याएं और बढ़ा रही है।
इंदिरा नहर योजना में धांधली का आरोप
इंदिरा नहर योजना के दूसरे चरण को लेकर विधायक ने सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि इस योजना में बड़े स्तर पर धांधली हुई है। योजना का उद्देश्य किसानों को राहत देना था, लेकिन इसके बजाय किसान और अधिक परेशान हो रहे हैं।
किसानों को लेकर सरकार पर हमला
डीएपी खाद में नैनो यूरिया के जबरदस्ती वितरण को लेकर विधायक ने कहा कि इससे किसान परेशान हैं। उन्होंने कहा, “सरकार किसानों की समस्याओं को सुलझाने के बजाय उन्हें नई परेशानियों में डाल रही है।”
जयपुर जश्न पर आरोप
विधायक ने जयपुर में आयोजित जश्न को लेकर भी गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि लाभार्थियों को समारोह में आने के लिए बाध्य किया जा रहा है। “लाभार्थियों को धमकी दी जा रही है कि अगर वे जयपुर नहीं आए तो उनके नाम लाभार्थी सूची से हटा दिए जाएंगे,” उन्होंने कहा।
जश्न के बीच बढ़ता असंतोष
विधायक गैसावत के आरोपों के बीच, जयपुर में जश्न की तैयारियां जोरों पर हैं। बीजेपी सरकार इस अवसर को अपनी उपलब्धियों को जनता के सामने रखने के मौके के रूप में देख रही है। हालांकि, कांग्रेस नेताओं और अन्य विपक्षी पार्टियों के आरोपों ने इस जश्न को विवादों के घेरे में ला दिया है।
प्रमुख नेता और कार्यकर्ता उपस्थित
इस मौके पर कांग्रेस के कई प्रमुख नेता और कार्यकर्ता विधायक के साथ मौजूद रहे। इनमें गुलाम रसूल सिसोदिया, अर्जुन राम डूडी, दिलीप सिंह चौहान, बिरदाराम नायक, जवानाराम किरड़ोलिया, कुशालाराम करीर, हरकरण राम रलिया, नाथूलाल मेघवाल, और शराफत अली खत्री जैसे नेता शामिल थे।