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राजस्थान सरकार की नीतियों से बौखलाई कांग्रेस: मंत्री झाबर सिंह खर्रा

राजस्थान सरकार की नीतियों से बौखलाई कांग्रेस: मंत्री झाबर सिंह खर्रा

शोभना शर्मा। राजस्थान के यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने हाल ही में कांग्रेस पार्टी पर जमकर निशाना साधा और कहा कि राज्य में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में सरकार ने पिछले 10 महीनों में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए हैं, जो प्रदेश के विकास के लिए महत्वपूर्ण साबित हो रहे हैं। मंत्री ने कहा कि सरकार के जनहितकारी कार्यों को देखकर कांग्रेस बौखला गई है और लगातार विकास कार्यों में बाधा डालने की कोशिश कर रही है। खर्रा ने कहा, “पिछले 10 महीनों में सीएम भजनलाल शर्मा की अगुवाई में सरकार ने जनहित और प्रदेश के विकास के लिए कई अहम निर्णय लिए हैं। कांग्रेस को यह सब पच नहीं रहा है और वे केवल अड़ंगा लगाने में लगे हैं। उनके प्रदेशाध्यक्ष बिना वजह बयानबाजी कर रहे हैं, जिन्हें यह याद रखना चाहिए कि उन्होंने पिछली बार सरकार केवल होटलों में बैठकर चलाई थी।”

भ्रष्टाचारियों पर सख्त कार्रवाई, कांग्रेस का आक्रोश

मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य सरकार ने भ्रष्टाचारियों और संगठित अपराध करने वाले लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है। इसके चलते कांग्रेस पार्टी पूरी तरह से परेशान हो गई है। उन्होंने यह भी दावा किया कि कांग्रेस के नेता अपने बयानों से केवल सोशल मीडिया पर झूठी वाहवाही लूटने की कोशिश कर रहे हैं।

खर्रा ने कांग्रेस पर तीखा हमला करते हुए कहा, “जो लोग कांग्रेस के नेताओं की खर्ची का बंदोबस्त करते थे, वे अब सलाखों के पीछे होंगे। हमारी सरकार ने पेपर लीक करने वालों और युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है, जिससे कांग्रेस के लोग पूरी तरह से घबराए हुए हैं।”

गोविंद सिंह डोटासरा का सरकार पर हमला जारी

कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा लगातार भाजपा सरकार और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा पर हमलावर हैं। उन्होंने हाल ही में यह दावा किया था कि दिसंबर से पहले कई मंत्रियों की जिम्मेदारियां बदली जाएंगी और शायद मुख्यमंत्री का पद भी बदल जाए।

डोटासरा ने भाजपा के आंतरिक मतभेदों पर भी टिप्पणी की, खासकर किरोड़ी लाल मीणा द्वारा दिए गए इस्तीफे को लेकर। उन्होंने कहा, “किरोड़ी लाल मीणा ने खुद कहा है कि मुख्यमंत्री को उनका इस्तीफा मंजूर कर लेना चाहिए। भाजपा में आंतरिक कलह इतनी बढ़ गई है कि एक मंत्री अपने ही मुख्यमंत्री से छुटकारा चाहता है। इससे साफ है कि सरकार के भीतर बड़ा असंतोष है।”

गांधी जयंती पर विश्वविद्यालय में छुट्टी रद्द करने पर विवाद

राजस्थान विश्वविद्यालय में गांधी जयंती पर छुट्टी रद्द करने के फैसले को लेकर भी डोटासरा ने सरकार पर तीखा हमला किया। उन्होंने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “गोडसे के पदचिह्नों पर चलने वाले कभी गांधी के हो सकते हैं? भाजपा सरकारों के फैसलों में संघ की शाखाओं से निकली नफरत हमेशा झलकती है।”

सीएम की बातों से मंत्रिमंडल में असंतोष

गोविंद सिंह डोटासरा ने एसआई भर्ती मामले को लेकर भी मुख्यमंत्री पर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि जब खुद राज्य सरकार के मंत्री और अतिरिक्त महाधिवक्ता (एएजी) एसआई भर्ती निरस्त करने की बात कर रहे हैं, तो मुख्यमंत्री को कौन रोक रहा है? डोटासरा ने सवाल किया कि जब मुख्यमंत्री की बातों से उनके मंत्रिमंडल का एक सदस्य ही संतुष्ट नहीं है, तो न्याय और नौकरी की उम्मीद लगाए बैठे युवा कैसे उन पर भरोसा करेंगे?

डोटासरा ने किरोड़ी लाल मीणा द्वारा मुख्यमंत्री के फैसलों पर सवाल उठाने को लेकर सरकार पर हमला करते हुए कहा, “जब खुद एक मंत्री कहता है कि मुख्यमंत्री लीपापोती कर रहे हैं, तो इसका क्या मतलब है? यह साफ है कि सरकार के भीतर ही विश्वास का संकट गहरा रहा है।”

राजस्थान में भाजपा और कांग्रेस के बीच चल रही तीखी राजनीतिक जंग से साफ है कि दोनों दलों के नेताओं के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। एक ओर भाजपा सरकार अपने कार्यों को जनता के सामने रख रही है, वहीं कांग्रेस पार्टी सरकार की नीतियों और फैसलों पर सवाल उठा रही है। मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने कांग्रेस पर तीखा हमला करते हुए कहा कि उनकी सरकार प्रदेश के विकास के लिए प्रतिबद्ध है और भ्रष्टाचारियों को सलाखों के पीछे भेजने के लिए कार्रवाई जारी रहेगी। दूसरी ओर, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने सरकार की आंतरिक कलह और निर्णयों पर सवाल खड़े किए हैं, जिससे आने वाले दिनों में राजनीति और भी गरमा सकती है।

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