मनीषा शर्मा। राजस्थान की राजधानी जयपुर में एक लो फ्लोर बस में रिटायर्ड आईएएस अधिकारी आर.एल. मीना के साथ कंडक्टर द्वारा मारपीट का मामला प्रकाश में आया है। यह घटना तब चर्चा का विषय बन गई जब इसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ। घटना के बाद जयपुर सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड (जेसीटीएसएल) ने कड़ा कदम उठाते हुए आरोपी कंडक्टर घनश्याम शर्मा को निलंबित कर दिया है।
10 रुपये के लिए हुआ विवाद
घटना की शुरुआत तब हुई जब रिटायर्ड आईएएस अधिकारी कानोता स्टॉप पर उतरना चाहते थे, लेकिन कंडक्टर ने उन्हें उनके गंतव्य पर नहीं उतारा। बस नायला पहुंचने पर कंडक्टर ने अतिरिक्त 10 रुपये की मांग की, जिसे देने से रिटायर्ड आईएएस ने इनकार कर दिया। इसके बाद दोनों के बीच बहस शुरू हो गई, जो हाथापाई तक पहुंच गई।
वायरल वीडियो में स्पष्ट दिखा कि पहले बहस शुरू हुई और फिर कंडक्टर ने बुजुर्ग आईएएस अधिकारी के साथ मारपीट की। इस दुर्व्यवहार ने सभी को स्तब्ध कर दिया, खासकर इसलिए क्योंकि यह घटना एक सार्वजनिक बस में हुई थी, जहां अन्य यात्री भी मौजूद थे।
पुलिस और जेसीटीएसएल ने लिया संज्ञान
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो ने राजस्थान पुलिस का ध्यान आकर्षित किया। कानोता थाने में इस मामले की शिकायत दर्ज की गई। जांच में सामने आया कि विवाद किराए को लेकर हुआ था। वहीं, जयपुर सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड ने भी इस मामले को गंभीरता से लिया। रविवार को जेसीटीएसएल ने कार्रवाई करते हुए आरोपी कंडक्टर घनश्याम शर्मा को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।
रिटायर्ड आईएएस अधिकारी ने दी प्रतिक्रिया
रिटायर्ड आईएएस अधिकारी आर.एल. मीना ने इस घटना पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि एक वरिष्ठ नागरिक के साथ इस तरह का दुर्व्यवहार अस्वीकार्य है। उन्होंने उम्मीद जताई कि इस घटना के दोषी को सजा मिलेगी ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों।
सार्वजनिक परिवहन में सुरक्षा पर सवाल
यह घटना सार्वजनिक परिवहन में सुरक्षा और वरिष्ठ नागरिकों के साथ दुर्व्यवहार के प्रति जागरूकता की आवश्यकता को रेखांकित करती है। इस घटना ने यह भी सवाल उठाए हैं कि क्या बस परिचालकों को उनके कर्तव्यों और यात्रियों के साथ व्यवहार के उचित मानकों की शिक्षा दी जा रही है।
जेसीटीएसएल का बयान
जेसीटीएसएल के अधिकारियों ने कहा कि वे इस मामले को लेकर बेहद गंभीर हैं और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि सभी कंडक्टर और ड्राइवरों को यात्रियों के साथ व्यवहार करने के उचित तरीके सिखाने के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाया जाएगा।