शोभना शर्मा। पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) उत्कल रंजन साहू ने शुक्रवार को पुलिस मुख्यालय में नवीन आपराधिक कानूनों (न्यू क्रिमिनल लॉज-2023) के संदर्भ में अनुसंधान अधिकारी (आईओ) के लिए हैंडबुक व अनुसंधान फ्लो चार्ट के पोस्टर का विमोचन किया। आईओ हैंडबुक में पुलिस अनुसंधान प्रक्रिया का पुराने और नए कानूनों के संदर्भ में तुलनात्मक विवरण, राजस्थान पुलिस अधिनियम एवं रेगुलेशन के संदर्भित प्रावधान एवं विधि विज्ञान के अनुसंधान में उपयोगी सामग्री के साथ ही इन्वेस्टिगेशन ऑफिसर्स के संदर्भ और विवेचन के लिए तार्किक फ्लो चार्ट एवं ब्रोशर का समावेश किया गया है। डीजीपी साहू ने इस अवसर पर अधिकारियों को हैंडबुक व इंवेस्टिगेशन फ्लो चार्ट की प्रतियों को पुलिस रेंज, जिला, वृत एवं थाना स्तर तक वितरण करने के लिए निर्देश देते हुए कहा कि ’न्यू क्रिमिनल लॉज-2023’ के बारे में प्रदेश में जारी प्रशिक्षण कार्यक्रमों को निर्धारित टाइमलाइन में पूरा करें।
डीजीपी साहू ने बताया कि आगामी 01 जुलाई से देश में लागू होने वाले नवीन आपराधिक कानूनों के बारे में राज्य में पुलिस अधिकारियों और पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षित करने की दिशा में योजनाबद्ध तरीके से कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में अब तक लगभग 12,000 पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों को नवीन आपराधिक कानूनों-2023 का प्रशिक्षण प्रदान किया जा चुका है, जून-2024 के अन्त तक राज्य के समस्त पुलिस अनुसंधान अधिकारियों की ट्रेनिंग पूरी कर ली जाएगी।
डीजीपी द्वारा पुलिस मुख्यालय में नवीन आपराधिक कानूनों की आईओ हैंडबुक व अनुसंधान फ्लो चार्ट पोस्टर के विमोचन के अवसर पर अतिरिक्त महानिदेशक, क्राइम दिनेश एम. एन, अतिरिक्त महानिदेशक, भर्ती एवं पदोन्नति बोर्ड सचिन मित्तल, उप महानिरीक्षक, पुलिस प्रशिक्षण राहुल कोटोकी, इंटेलिजेंस ट्रेनिंग अकादमी के निदेशक दीपक भार्गव एवं पुलिस अधीक्षक जयपुर (ग्रामीण) शांतनु कुमार सिंह के अलावा नवीन आपराधिक कानून-2023 के क्रियान्विति से संबंधित समितियों के सदस्यों में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक धनपत राज, शालिनी सक्सेना एवं सुशीला यादव, उप पुलिस अधीक्षक देवेन्द्र सिंह, पुलिस निरीक्षक दीपक यादव, धीरज वर्मा एवं पंकज राज तथा एसआई सोनिया तंवर मौजूद रहे।