शोभना शर्मा। जोधपुर के ऐतिहासिक बरकतुल्लाह खान स्टेडियम में 79वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने ध्वजारोहण कर देशवासियों को संबोधित किया। अपने भाषण में उन्होंने देश की प्रगति के लिए स्वदेशी उत्पादों को अपनाने का आह्वान किया और आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को दोहराया। मुख्यमंत्री ने कहा कि हर नागरिक यदि स्वदेशी को अपनाए, तो देश आर्थिक और सामाजिक रूप से और अधिक सशक्त बन सकता है।
स्वतंत्रता दिवस पर आत्मनिर्भर भारत का संदेश
मुख्यमंत्री शर्मा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश की आत्मनिर्भरता की दिशा में हो रही प्रगति को रेखांकित किया। उन्होंने ‘वोकल फॉर लोकल’ का नारा दोहराते हुए कहा कि आजादी की लड़ाई में खादी का धागा हमारी ताकत था, और आज यही धागा हमें विकसित भारत के निर्माण की प्रेरणा देता है। उन्होंने ‘मेक इन इंडिया’ के अंतर्गत स्वदेशी युद्धपोत, विमान और हथियार प्रणालियों के निर्माण पर गर्व व्यक्त किया। साथ ही उन्होंने जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान के साथ ‘जय अनुसंधान’ जोड़ने की अपील की, जिससे देश में अनुसंधान और नवाचार को बढ़ावा मिले।
डबल इंजन सरकार की प्रतिबद्धता
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने राजस्थान को आत्मनिर्भर और विकसित बनाने के लिए डबल इंजन सरकार की नीतियों और योजनाओं का विस्तृत उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत, आयुष्मान भारत, उज्ज्वला योजना, जल जीवन मिशन और किसान सम्मान निधि जैसी योजनाएं आम जनता के जीवन में बदलाव ला रही हैं। सीएम शर्मा ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का जिक्र करते हुए कहा कि यह भारत की सैन्य ताकत और आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति का प्रतीक है।
जल और ऊर्जा में आत्मनिर्भरता
मुख्यमंत्री ने जल संरक्षण के लिए सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने बताया कि रामजल सेतु लिंक परियोजना और यमुना जल समझौते पर तेजी से कार्य हो रहा है। नवनेरा बैराज का काम पूरा हो चुका है। ‘मिशन हरियालो राजस्थान’ के तहत अब तक 15 करोड़ से अधिक पौधे लगाए जा चुके हैं। ऊर्जा क्षेत्र में उन्होंने बताया कि राजस्थान एकीकृत स्वच्छ ऊर्जा नीति-2024 के तहत 2030 तक 125 गीगावाट अक्षय ऊर्जा उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है, जिससे राज्य ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनेगा और हरित ऊर्जा का केंद्र बनेगा।
सड़क और विकास कार्यों की प्रगति
मुख्यमंत्री ने सड़क निर्माण के क्षेत्र में हुई प्रगति का भी विवरण दिया। उन्होंने बताया कि अगले 5 वर्षों में 53 हजार किलोमीटर सड़कों का नेटवर्क तैयार किया जाएगा। अटल पथ, रिंग रोड और 1300 गांवों को डामर सड़कों से जोड़ने का कार्य पूरा हो चुका है। ग्रामीण सड़कों के लिए 6,330 किलोमीटर मिसिंग लिंक सड़कों का निर्माण किया गया है, जिससे गांवों की कनेक्टिविटी मजबूत हुई है और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बल मिला है।
वंचित वर्ग और महिला सशक्तिकरण
मुख्यमंत्री शर्मा ने बताया कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय गरीबी मुक्त गांव योजना के तहत बीपीएल परिवारों को गरीबी से बाहर निकालने का काम किया जा रहा है। युवाओं के लिए 4 लाख सरकारी और 6 लाख निजी नौकरियां सृजित करने का लक्ष्य रखा गया है। महिलाओं के लिए 450 रुपये में गैस सिलेंडर उपलब्ध कराने, ‘मा वाउचर’ योजना और ‘लखपति दीदी’ योजना जैसी पहल शुरू की गई हैं, जिससे महिला सशक्तिकरण को नई दिशा मिली है।
सुशासन और सुरक्षा पर जोर
मुख्यमंत्री ने सुशासन को विकास की कुंजी बताया। उन्होंने पंडित दीनदयाल उपाध्याय अंत्योदय संबल पखवाड़ा के तहत लाखों लोगों को राहत देने का जिक्र किया। महिला सुरक्षा के लिए 500 ‘कालिका’ पेट्रोलिंग यूनिट, तीन महिला बटालियन और 65 एंटी रोमियो स्क्वॉड की शुरुआत की गई है। साइबर अपराध पर अंकुश लगाने के लिए ‘ऑपरेशन एंटी वायरस’ शुरू किया गया, जिससे डिजिटल सुरक्षा को मजबूती मिली है।
जोधपुर: विरासत और विकास का संगम
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में जोधपुर को शौर्य और संस्कृति की भूमि बताते हुए कहा कि यह शहर अपनी हस्तशिल्प परंपरा, मावे की कचौरी और मिर्ची बड़े जैसे व्यंजनों के लिए प्रसिद्ध है। उन्होंने कहा कि जोधपुर अब ‘विरासत भी, विकास भी’ की मिसाल बन रहा है, जहां परंपरा और आधुनिकता का संतुलित संगम देखने को मिलता है।


