जयपुर के बिड़ला ऑडिटोरियम में आयोजित एआई पर दो दिवसीय सीए सम्मेलन के उद्घाटन अवसर पर राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने राज्य की जनता को कई बड़ी सौगातों की घोषणा की। इस दौरान उन्होंने रोजगार, बिजली और पर्यटन से जुड़ी योजनाओं पर विस्तृत जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने ऐलान किया कि उनकी सरकार अगले महीने 15 हजार नई सरकारी नौकरियां देने जा रही है। इससे पहले जुलाई 2024 से अब तक 75 हजार युवाओं को सरकारी नौकरी मिल चुकी है। उनका कहना है कि पहले साल में ही सरकार एक लाख नौकरियां देने के वादे की ओर तेजी से बढ़ रही है।
सीएम भजनलाल शर्मा ने कहा कि सरकार ने युवाओं से वादा किया था कि वे अपने कार्यकाल में कुल चार लाख सरकारी नौकरियां और छह लाख निजी क्षेत्र में रोजगार के अवसर उपलब्ध कराएंगे। इसी वादे को निभाने की दिशा में ‘राइजिंग राजस्थान’ के तहत हुए एमओयू अब धरातल पर उतरने लगे हैं और लगातार भर्तियां की जा रही हैं। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि कुछ भर्तियां अदालत में लंबित हैं, लेकिन सरकार हर साल एक लाख नौकरियां देने के लक्ष्य को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है।
मुख्यमंत्री ने बिजली के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में हो रहे काम का भी विस्तार से जिक्र किया। उन्होंने कहा कि राजस्थान अब बिजली लेने वाला नहीं, बल्कि देने वाला राज्य बनने की ओर अग्रसर है। पिछले 22 महीनों में राज्य ने 4750 मेगावाट बिजली का उत्पादन किया है और लक्ष्य है कि वर्ष 2027 तक राजस्थान पूरी तरह से आत्मनिर्भर बन जाएगा। मुख्यमंत्री ने यह भी दोहराया कि किसानों को दिन में बिजली, उद्योगों को आवश्यकतानुसार पूरी बिजली और आम उपभोक्ताओं को 24 घंटे बिजली उपलब्ध कराना उनकी प्राथमिकता है।
उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर का उल्लेख करते हुए कहा कि इस पहल का सबसे अधिक लाभ राजस्थान को मिला है। सिंधु नदी का पानी भी सबसे ज्यादा राजस्थान तक पहुंच रहा है, जिससे जल संसाधनों का बेहतर उपयोग हो रहा है। पिछले वर्ष राज्य के सभी बड़े बांध भर गए थे और इस बार भी जलस्तर अच्छा है। इससे न केवल बिजली उत्पादन की दिशा में मजबूती आई है, बल्कि राज्य में खुशहाली भी आ रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब सरकार दृढ़ निश्चय के साथ काम करती है, तो ईश्वर भी उसका साथ देता है।
रोजगार और बिजली के अलावा मुख्यमंत्री ने पर्यटन क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण घोषणा की। उन्होंने कहा कि शेखावाटी से लेकर बीकानेर तक फैली ऐतिहासिक हवेलियों को संरक्षित किया जाएगा। इन धरोहरों को तोड़े जाने पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया है। उन्होंने सभी प्रवासी राजस्थानी नागरिकों से अपील की कि वे अपनी पुश्तैनी हवेलियों को संभालें और राज्य सरकार भी उनके संरक्षण में आर्थिक मदद देगी। यह प्रयास ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देगा और राज्य की सांस्कृतिक विरासत को सुरक्षित करेगा।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि राजस्थान का भविष्य रोजगार, ऊर्जा और पर्यटन के नए अवसरों से जुड़ा है। राज्य सरकार हर क्षेत्र में संतुलित विकास करने के लिए कार्यरत है। जहां एक ओर युवाओं को रोजगार देने की योजनाएं तेजी से लागू की जा रही हैं, वहीं दूसरी ओर बिजली उत्पादन और वितरण में आत्मनिर्भरता की दिशा में कदम उठाए जा रहे हैं। पर्यटन के क्षेत्र में भी पारंपरिक धरोहरों को संरक्षित करके वैश्विक स्तर पर राजस्थान की पहचान को और मजबूत किया जा रहा है।
इस दौरान सीएम ने युवाओं को आश्वस्त किया कि उनकी सरकार रोजगार देने में किसी भी तरह की कमी नहीं छोड़ेगी। साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार के प्रयास केवल रोजगार तक सीमित नहीं हैं, बल्कि हर क्षेत्र में नए अवसर सृजित कर राजस्थान को आत्मनिर्भर और प्रगतिशील राज्य बनाने का संकल्प है।
मुख्यमंत्री की यह घोषणाएं राजस्थान के भविष्य की दिशा तय करने में अहम साबित होंगी। जहां एक ओर युवाओं को सरकारी नौकरियों के रूप में सुरक्षा और स्थिरता मिलेगी, वहीं दूसरी ओर बिजली उत्पादन और पर्यटन के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता से राज्य की आर्थिक स्थिति और अधिक सुदृढ़ होगी।