मनीषा शर्मा। राजस्थान की सियासत एक बार फिर गर्माने लगी है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा सोमवार को दिल्ली दौरे पर रहे, जहां उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO) ने इसे “शिष्टाचार मुलाकात” बताया है, लेकिन राजनीतिक गलियारों में इस मुलाकात के गहरे सियासी मायने निकाले जा रहे हैं। यह मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की पिछले तीन महीनों में पीएम मोदी से तीसरी मुलाकात है, जिससे राज्य में संभावित मंत्रिमंडल फेरबदल और राजनीतिक नियुक्तियों के संकेत मिल रहे हैं।
दिल्ली में हुई अहम बैठक
सोमवार को मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने दिल्ली में प्रधानमंत्री मोदी से उनके आवास पर मुलाकात की। सूत्रों के मुताबिक, इस मुलाकात में प्रदेश सरकार के कामकाज, प्रशासनिक व्यवस्था, पार्टी संगठन की स्थिति और आने वाले समय में होने वाले फेरबदल पर चर्चा हुई।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि गुजरात में हाल ही में पूरे मंत्रिमंडल के अप्रत्याशित इस्तीफे और फेरबदल के बाद राजस्थान में भी कुछ बड़ा बदलाव हो सकता है।
जल्द हो सकता है मंत्रिमंडल फेरबदल
राज्य सरकार के भीतर कुछ समय से मंत्रिमंडल विस्तार और फेरबदल की चर्चा लगातार जारी है। प्रदेश में कई विभागों के पास अतिरिक्त जिम्मेदारियां हैं और पार्टी संगठन स्तर पर भी राजनीतिक नियुक्तियों की मांग उठ रही है।
ऐसे में मुख्यमंत्री की पीएम से मुलाकात के बाद यह अटकलें और तेज हो गई हैं कि दिसंबर से पहले प्रदेश में नए चेहरों को मौका दिया जा सकता है।
राजनीतिक जानकारों का कहना है कि प्रधानमंत्री मोदी और सीएम भजनलाल शर्मा की इस बैठक में संगठन और सरकार के बीच बेहतर तालमेल की दिशा में भी विचार-विमर्श हुआ है।
सरकार के कामकाज की समीक्षा
सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री ने इस मुलाकात में प्रधानमंत्री को राज्य सरकार की उपलब्धियों और योजनाओं की प्रगति रिपोर्ट भी सौंपी।
राजस्थान की भजनलाल शर्मा सरकार 15 दिसंबर को अपने कार्यकाल के दो वर्ष पूरे करने जा रही है, ऐसे में यह बैठक सरकार के प्रदर्शन की समीक्षा के रूप में भी देखी जा रही है।
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को राज्य में चल रही प्रमुख योजनाओं, निवेश बढ़ाने की रणनीति, और आमजन से जुड़ी कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। साथ ही आगामी “राजस्थानी प्रवासी दिवस” के आयोजन को लेकर भी चर्चा की।
पीएम मोदी को ‘राजस्थानी प्रवासी दिवस’ का न्योता
राज्य सरकार आगामी 10 दिसंबर को पहला “राजस्थानी प्रवासी दिवस” आयोजित करने जा रही है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने इस कार्यक्रम की जानकारी देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इसमें शामिल होने का निमंत्रण भी दिया।
सरकार का उद्देश्य है कि इस आयोजन के माध्यम से राजस्थान के प्रवासी उद्योगपतियों और उद्यमियों को राज्य के विकास में साझेदार बनाया जाए।
तीन महीने में तीसरी मुलाकात, सियासी महत्व बढ़ा
भजनलाल शर्मा की प्रधानमंत्री मोदी से यह तीन महीने में तीसरी मुलाकात है। इससे पहले उन्होंने 29 जुलाई को संसद भवन में पीएम मोदी से मुलाकात की थी। उस समय उनकी मुलाकात पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की पीएम से भेंट के ठीक एक दिन बाद हुई थी।
इसके बाद 25 सितंबर को प्रधानमंत्री मोदी जब बांसवाड़ा दौरे पर आए थे, तब मुख्यमंत्री शर्मा उनके साथ ओपन जीप में सवार होकर सभा स्थल पहुंचे थे। मंच पर पीएम मोदी, भजनलाल शर्मा और वसुंधरा राजे की मुलाकात के दृश्य भी उस समय मीडिया में खूब चर्चा में रहे थे।
वसुंधरा फैक्टर और सियासी समीकरण
भजनलाल शर्मा की बार-बार हो रही मोदी से मुलाकात को पार्टी के आंतरिक समीकरणों से भी जोड़ा जा रहा है। वसुंधरा राजे गुट और संगठन के बीच संतुलन बनाए रखना सरकार के लिए एक चुनौती बना हुआ है। ऐसे में पीएम मोदी और भजनलाल शर्मा के बीच इस प्रकार की नियमित मुलाकातें भाजपा नेतृत्व के समन्वय की ओर इशारा करती हैं।


