मनीषा शर्मा। राजस्थान की राजनीति एक बार फिर गर्मा गई है। जयपुर इन दिनों सियासी हलचलों का केंद्र बना हुआ है। बुधवार को तेलंगाना BJP के संगठन महामंत्री चंद्रशेखर ने राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से उनके सरकारी आवास पर मुलाकात की। यह मुलाकात भले ही शिष्टाचार भेंट बताई जा रही हो, लेकिन राज्य की मौजूदा राजनीतिक परिस्थितियों और संगठनात्मक समीकरणों के हिसाब से इसे बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
सीएम बनने के समय थे राजस्थान प्रभारी
यह मुलाकात इसलिए भी उल्लेखनीय है क्योंकि जब भजनलाल शर्मा ने राज्य की कमान संभाली थी, उस समय चंद्रशेखर राजस्थान BJP के प्रभारी थे। दोनों के बीच तब से ही मजबूत संगठनात्मक तालमेल और विश्वास कायम है।
राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं ने राज्य की मौजूदा चुनौतियों, विपक्षी कांग्रेस की रणनीतियों और पार्टी की आंतरिक मजबूती जैसे कई मुद्दों पर गहन चर्चा की होगी।
बैठक में आने वाले स्थानीय निकाय चुनावों की तैयारियों और कार्यकर्ताओं के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करने पर भी मंथन होने की संभावना जताई जा रही है।
मंत्रिमंडल फेरबदल की तेज होती सुगबुगाहट
राज्य में पिछले कई दिनों से मंत्रिमंडल विस्तार और फेरबदल को लेकर चर्चाएं तेज हैं। ऐसे समय में चंद्रशेखर का जयपुर आना और मुख्यमंत्री से मुलाकात करना इन अटकलों को और ज्यादा मजबूती देता है।
राजनीतिक पंडित मानते हैं कि यह मुलाकात दर्शाती है कि पार्टी आलाकमान राजस्थान सरकार की स्थिरता और संगठन की मजबूती पर खास ध्यान दे रहा है।
संभावना जताई जा रही है कि जल्द ही CM भजनलाल शर्मा अपनी टीम में कुछ नए चेहरों को शामिल कर सकते हैं या विभागों में बदलाव कर सकते हैं।
दिल्ली में पीएम मोदी से मुलाकात के बाद बढ़ी चर्चाएं
सीएम भजनलाल शर्मा मंगलवार को दिल्ली गए थे, जहां उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद ही मंत्रिमंडल फेरबदल की अटकलें और तेज होने लगी थीं।
आज मुख्यमंत्री ने दो महत्वपूर्ण बैठकों—तीन बजे कैबिनेट बैठक और चार बजे मंत्रिपरिषद बैठक—बुलाई है।
इन बैठकों की टाइमिंग और उससे पहले BJP के राष्ट्रीय स्तर के संगठन पदाधिकारी से मुलाकात ने सियासी चर्चाओं को चरम पर पहुँचा दिया है।
सियासी गलियारों में तेज चर्चाएं
राजस्थान के राजनीतिक गलियारों में इन घटनाक्रमों को खास तौर पर जोड़कर देखा जा रहा है। कई राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि दिल्ली दौरे, दो अहम बैठकों की घोषणा और चंद्रशेखर से हुई मुलाकात मिलकर इस बात का संकेत देती है कि सरकार जल्द ही मंत्रिमंडल विस्तार या फेरबदल की ओर बढ़ सकती है।


