मनीषा शर्मा। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने रविवार को मुख्यमंत्री निवास पर राज्य स्तरीय पल्स पोलियो अभियान का औपचारिक शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने शून्य से पांच वर्ष तक के छोटे बच्चों को अपने हाथों से पोलियो रोधी दो बूंद पिलाकर अभियान की शुरुआत की। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत में पोलियो उन्मूलन सार्वजनिक स्वास्थ्य क्षेत्र की ऐतिहासिक उपलब्धियों में से एक है और राजस्थान इस उपलब्धि को कायम रखने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
सीएम शर्मा ने कहा कि बच्चे देश का भविष्य हैं और उनका स्वस्थ रहना राष्ट्र निर्माण की प्राथमिक शर्त है। इसलिए यह सुनिश्चित किया जाना अत्यंत आवश्यक है कि प्रदेश का कोई भी बच्चा पोलियो खुराक से वंचित न रह जाए।
पोस्टर का विमोचन और जागरूकता का संदेश
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए ‘दो बूंद हर बार, पोलियो पर जीत रहे बरकरार’ संदेश वाला पोस्टर भी जारी किया। उन्होंने कहा कि जब तक पोलियो वायरस का खतरा दुनिया में कहीं भी मौजूद है, तब तक सावधानी और टीकाकरण हमारी पहली प्राथमिकता होनी चाहिए।
प्रदेशभर में बूथ स्थापित, घर-घर पहुंचेंगी टीमें
स्वास्थ्य विभाग ने इस उप-राष्ट्रीय अभियान को व्यापक स्तर पर संचालित करने के लिए पूरे राज्य में हजारों बूथ स्थापित किए हैं। शहरों से लेकर छोटे गांवों तक, सभी इलाकों में टीमें तैनात की गई हैं। अभियान के दौरान अस्पतालों, आंगनबाड़ी केंद्रों, स्कूलों और प्रमुख सार्वजनिक स्थानों पर पोलियो बूथ बनाए गए हैं, जहाँ लोग अपने बच्चों को आसानी से पोलियो की खुराक दिलवा सकते हैं।
दूरस्थ क्षेत्रों तक पहुंच मजबूत बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने घर-घर जाकर टीकाकरण की योजना भी शामिल की है, ताकि कोई भी बच्चा छूटने न पाए।
एएनएम, आशा और चिकित्सा कर्मी लगे मैदान में
अभियान की सफलता सुनिश्चित करने के लिए राजस्थान सरकार ने स्वास्थ्य कर्मियों, आशा सहयोगिनियों और एएनएम की टीमें सक्रिय कर दी हैं। ये टीमें बच्चों के नाम और उनके टीकाकरण की स्थिति का सूक्ष्म रिकॉर्ड रखकर प्रतिदिन की प्रगति रिपोर्ट करेंगी। इसके साथ ही, अभियान की निरंतर निगरानी के लिए सभी जिलों में कंट्रोल रूम संचालित किए जा रहे हैं।


