शोभना शर्मा। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि शिक्षा हमारे जीवन का आधार है और यह हमें चुनौतियों का सामना करने और सफलता की सीढ़ियां चढ़ने में सक्षम बनाती है। शनिवार को जयपुर में आयोजित विद्या भारती राजस्थान के प्रतिभा सम्मान समारोह में उन्होंने यह बात कही। इस अवसर पर उन्होंने 47 विद्यार्थियों, उनके प्रधानाचार्यों और अभिभावकों को सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास की आवश्यकता है, न कि केवल पुस्तकीय ज्ञान की। उन्होंने अभिभावकों से अपील की कि वे बच्चों पर अपनी महत्वाकांक्षाएं न थोपें बल्कि उनकी रुचि को पहचान कर आगे बढ़ने का अवसर दें।
शर्मा ने कहा कि विद्या भारती संस्कारों की पाठशाला है जहां राष्ट्रभक्ति, संस्कृति का सम्मान और सामाजिक समरसता के संस्कार दिए जाते हैं। उन्होंने नई शिक्षा नीति का जिक्र करते हुए कहा कि यह रटने की बजाय समझने पर जोर देती है और बच्चों के रचनात्मक कौशल के विकास पर ध्यान देती है।
राज्य सरकार प्रदेश में प्रतिभाओं को तराशने और उन्हें हर क्षेत्र में अग्रणी बनाने के लिए प्रयासरत है। उन्होंने बताया कि राज्य के प्रत्येक संभाग में आईआईटी और एम्स की तर्ज पर संस्थान स्थापित किए जा रहे हैं। इसके अलावा, हर जिले में एक मेडिकल कॉलेज भी शुरू किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार अल्प आय वर्ग, लघु/सीमांत किसानों और खेतीहर श्रमिकों के बच्चों को केजी से पीजी तक निःशुल्क शिक्षा दे रही है। साथ ही, आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के विद्यार्थियों को स्कूल बैग, किताबें और यूनिफॉर्म के लिए आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है।
शर्मा ने यह भी बताया कि युवाओं के लिए इस वर्ष 70 हजार पदों पर भर्तियां की जाएंगी और सरकारी नौकरियों के साथ-साथ कौशल विकास पर भी ध्यान दिया जाएगा। कार्यक्रम में शिक्षा मंत्री मदन दिलावर, विद्या भारती के पदाधिकारी और बड़ी संख्या में शिक्षक, अभिभावक और विद्यार्थी उपस्थित थे।