शोभना शर्मा। प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ 2025 का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व देशभर के श्रद्धालुओं को अपनी ओर आकर्षित कर रहा है। इस पावन अवसर पर राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। शनिवार देर रात मुख्यमंत्री प्रयागराज पहुंचे और राजस्थान मंडप का दौरा करते हुए वहीं रात्रि विश्राम किया।
राजस्थान मंडप का अवलोकन और व्यवस्थाओं की सराहना
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने प्रयागराज महाकुंभ में राजस्थान के श्रद्धालुओं के लिए बनाए गए राजस्थान मंडप का निरीक्षण किया। मंडप में श्रद्धालुओं के ठहरने, भोजन और अन्य सुविधाओं के लिए की गई व्यवस्थाओं पर उन्होंने संतोष व्यक्त किया। इस मंडप में राज्य सरकार द्वारा लगाए गए आकर्षक फोटो प्रदर्शन, दृश्य-श्रव्य सामग्री, और पंडाल की साज-सज्जा ने मुख्यमंत्री को खासा प्रभावित किया। उन्होंने आयोजनकर्ताओं और प्रशासन को इन प्रयासों के लिए बधाई दी।
मुख्यमंत्री ने कहा, “राजस्थान मंडप न केवल राज्य के श्रद्धालुओं के लिए एक सुविधाजनक स्थान है, बल्कि यह हमारी सांस्कृतिक धरोहर को प्रदर्शित करने का एक सुंदर माध्यम भी है।”
रात्रि विश्राम राजस्थान मंडप में
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने शनिवार रात राजस्थान मंडप में ही रात्रि विश्राम किया। उन्होंने राजस्थान के श्रद्धालुओं से मुलाकात कर उनकी यात्रा से संबंधित अनुभवों को साझा किया। राज्य सरकार द्वारा श्रद्धालुओं की सहायता के लिए उपलब्ध कराई गई सेवाओं पर उन्होंने खुशी जाहिर की और इसे आगे भी बेहतर बनाने का आश्वासन दिया।
संगम में स्नान और प्रार्थना
रविवार सुबह मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने विधिवत पूजन किया और संगम में डुबकी लगाई। इस पावन स्नान के बाद उन्होंने प्रदेशवासियों और देश के सभी नागरिकों के लिए सुख-समृद्धि और शांति की प्रार्थना की। मुख्यमंत्री ने कहा, “महाकुंभ न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति और एकता का संदेश भी देता है।”
श्रद्धालुओं का उत्साह
महाकुंभ में राजस्थान मंडप और संगम तट पर श्रद्धालुओं का उत्साह देखते ही बनता है। देशभर से श्रद्धालु इस महापर्व में भाग लेने के लिए पहुंचे हैं। राजस्थान से आए श्रद्धालुओं ने भी मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के दौरे का स्वागत किया। कई श्रद्धालुओं ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा उपलब्ध कराई गई सुविधाओं ने उनकी यात्रा को बेहद सरल और आरामदायक बना दिया है।
महाकुंभ का महत्व
महाकुंभ हर बारह वर्षों में आयोजित होने वाला एक विशाल धार्मिक आयोजन है, जिसमें संगम में स्नान का विशेष महत्व है। मान्यता है कि संगम में स्नान करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है और पापों से मुक्ति मिलती है। इस बार का महाकुंभ भी करोड़ों श्रद्धालुओं की उपस्थिति में धूमधाम से मनाया जा रहा है।
राजस्थान मंडप: श्रद्धालुओं के लिए विशेष केंद्र
राजस्थान मंडप में न केवल ठहरने और भोजन की व्यवस्था है, बल्कि यहां राजस्थान की संस्कृति और परंपराओं को दर्शाने के लिए विशेष कार्यक्रम भी आयोजित किए जा रहे हैं। यह मंडप राजस्थान की सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक बनकर महाकुंभ में विशेष आकर्षण का केंद्र बन गया है।