शोभना शर्मा। राजस्थान में इस समय मौसम ने करवट ले ली है और गर्मी से झुलस रहे प्रदेशवासियों को बड़ी राहत मिली है। पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से प्रदेश के कई हिस्सों में जोरदार बारिश देखने को मिली है। बीते 24 घंटों में राजस्थान के एक दर्जन से अधिक जिलों में हल्की से लेकर मध्यम स्तर की बारिश हुई, जिससे अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई है और लोगों को हीट वेव से राहत मिली है।
पाली में सबसे अधिक बारिश
राज्य के पाली जिले में सबसे अधिक वर्षा दर्ज की गई है। यहां देसुरी क्षेत्र में 45 मिलीमीटर से अधिक बारिश रिकॉर्ड की गई है। यह आंकड़ा राज्य में सबसे ज्यादा है और इससे यहां की गर्म हवाएं थम गई हैं। बारिश के साथ आई ठंडी हवाओं ने तापमान को काफी हद तक नियंत्रित कर दिया है।
पूर्वी राजस्थान में भी बरसे बादल
पूर्वी राजस्थान के कई इलाकों में भी अच्छी बारिश देखने को मिली है। श्रीमाधोपुर में 29 एमएम, सीकर में 22 एमएम, सीकर के बनेरा में 16 एमएम, भीलवाड़ा के देवगढ़ में 14 एमएम, राजसमंद के बिजोलिया में 12 एमएम और बुहाना क्षेत्र में 11 एमएम वर्षा दर्ज की गई है। झुंझुनू में भी 9 एमएम वर्षा हुई है। इसके अतिरिक्त आबूरोड, माउंट आबू, सिरोही और उदयपुर जैसे पर्यटन स्थलों पर भी बारिश की बूंदों ने मौसम सुहावना बना दिया।
पश्चिमी राजस्थान में भी राहत भरी बारिश
पश्चिमी राजस्थान में भी बारिश का असर देखने को मिला। जोधपुर में 25 एमएम, बाड़मेर में 19 एमएम और पोकरण क्षेत्र में 12 एमएम वर्षा रिकॉर्ड की गई। इन इलाकों में आमतौर पर अधिक गर्मी पड़ती है, लेकिन इस बारिश ने वहां के लोगों को राहत प्रदान की है।
नमी का स्तर हुआ अधिक, बढ़ी ठंडक
बारिश के साथ ही हवा में नमी का स्तर काफी बढ़ गया है। कुछ क्षेत्रों में यह 90 प्रतिशत तक पहुंच चुका है। डूंगरपुर, बांसवाड़ा, सिरोही और अजमेर जैसे जिलों में भी 80 से 90 प्रतिशत आर्द्रता रिकॉर्ड की गई है। इससे वातावरण में एक प्रकार की ठंडक घुल गई है और लू चलने की स्थिति में भारी कमी आई है।
तापमान में आई गिरावट
गर्मी के पिछले दौर में राजस्थान के कई जिलों में अधिकतम तापमान 47 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था, लेकिन अब यह स्थिति बदल गई है। बीते 24 घंटों में प्रदेश का अधिकतम तापमान 39.7 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है, जो सामान्य से 6 से 7 डिग्री सेल्सियस तक कम है। इससे लोगों को दिन और रात दोनों समय गर्मी से राहत मिली है।
मौसम विभाग की भविष्यवाणी
मौसम विभाग के अनुसार यह राहत कुछ दिनों तक और बनी रहेगी। विभाग ने बताया है कि 7 मई तक राज्य में हीट वेव की कोई संभावना नहीं है और इस दौरान बादल छाए रहने के साथ हल्की बारिश का दौर जारी रह सकता है। अगले एक सप्ताह तक अधिकतम तापमान में वृद्धि की संभावना भी बेहद कम बताई गई है। यह पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय रहने और हवा में नमी बने रहने का परिणाम है।
कृषि और पर्यावरण पर सकारात्मक असर
राज्य में इस समय रबी की फसल की कटाई का समय है और बारिश से खेतों में नमी बढ़ी है, जिससे आगामी खरीफ फसलों के लिए भी यह वर्षा उपयोगी साबित हो सकती है। साथ ही, बढ़ती गर्मी और सूखे की स्थिति से जूझते ग्रामीण इलाकों को इस वर्षा ने थोड़ी राहत प्रदान की है। पर्यावरणीय दृष्टिकोण से भी यह बदलाव सकारात्मक माना जा रहा है क्योंकि हवा की गुणवत्ता बेहतर हुई है और धूल भरी हवाएं थमी हैं।