शोभना शर्मा। राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड ने लाखों युवाओं को बड़ी राहत देते हुए भर्ती परीक्षा के ड्रेस कोड में महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। यह बदलाव विशेष रूप से सर्दियों और गर्मियों के मौसम को ध्यान में रखकर किए गए हैं। अब अभ्यर्थी सर्दियों में गर्म कपड़े पहनकर और गर्मियों में हल्के कपड़े पहनकर परीक्षा में शामिल हो सकेंगे। यह नया ड्रेस कोड कनिष्ठ अनुदेशक भर्ती परीक्षा से लागू होगा।
नया ड्रेस कोड: सर्दियों और गर्मियों के लिए अलग नियम
राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड के अध्यक्ष आलोक राज ने जानकारी दी कि भर्ती परीक्षाओं के लिए ड्रेस कोड में संशोधन किया गया है। पहले पूरे साल एक ही ड्रेस कोड लागू रहता था, लेकिन अब यह नियम सर्दी और गर्मी के अनुसार अलग-अलग होगा।
मार्च से अक्टूबर: इस दौरान हल्के कपड़े जैसे आधी या पूरी आस्तीन के शर्ट, टीशर्ट, सलवार सूट, चुन्नी या साड़ी, कुर्ता-ब्लाउज आदि पहनने की अनुमति होगी।
नवंबर से फरवरी: ठंड के मौसम में कोट, जैकेट, स्वेटर, बिना जेब वाली गर्म जर्सी और पूरी आस्तीन के शर्ट पहनकर परीक्षा में शामिल हो सकते हैं।
हालांकि, सभी कपड़ों में मेटल का बटन, चेन या बड़े बटन की अनुमति नहीं होगी। किसी भी कपड़े में बैज या कोई अन्य अनधिकृत सामग्री नहीं होनी चाहिए।
महिलाओं के लिए विशेष निर्देश
महिला अभ्यर्थियों को ड्रेस कोड के तहत सामान्य रबर बैंड या हेयर पिन का उपयोग करने की अनुमति होगी। इसके अलावा:
बालों में सजावटी वस्त्र या भारी पिन लगाने की अनुमति नहीं होगी।
साड़ी या सलवार-कुर्ते में जड़ाऊ पिन या फूल का डिज़ाइन होना वर्जित है।
संदेह की स्थिति में, उन्हें परीक्षा केंद्र पर अपने कपड़े या स्कार्फ की जांच करानी होगी।
कपड़ों की सुरक्षा जांच
भर्ती परीक्षा में किसी भी आपत्तिजनक सामग्री को छिपाने की संभावना को रोकने के लिए सख्त निर्देश जारी किए गए हैं।
परीक्षा केंद्र के अधिकारी किसी भी संदिग्ध कपड़े या सामान की जांच कर सकते हैं।
संदेह की स्थिति में, अभ्यर्थी को अपनी जैकेट, कोट, स्वेटर, या स्कार्फ उतारकर दिखाना होगा।
इन चीजों पर रोक
राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड ने स्पष्ट किया है कि निम्नलिखित चीजें पहनकर परीक्षा केंद्र में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी:
टाई, मफलर, जरकिन, या शॉल
मेटल बटन या चेन वाले कपड़े
बड़े बैज या फूल लगे कपड़े
जूते और चप्पलों पर नियम
अभ्यर्थी हवाई चप्पल, सैंडल, जूते और मोजे पहनकर परीक्षा में शामिल हो सकते हैं। हालांकि, जूते में मेटल की चेन या अन्य धातु सामग्री की अनुमति नहीं होगी।
एडमिट कार्ड में होगी जानकारी
बोर्ड ने यह भी बताया कि अभ्यर्थियों को ड्रेस कोड की जानकारी उनके एडमिट कार्ड में उपलब्ध कराई जाएगी। इससे किसी भी तरह की असुविधा से बचा जा सकेगा।
ड्रेस कोड में बदलाव का कारण
राजस्थान में होने वाली परीक्षाओं में पहले पूरे साल एक ही ड्रेस कोड लागू होता था। सर्दियों में इस ड्रेस कोड के कारण अभ्यर्थियों को ठंड का सामना करना पड़ता था।
सर्दियों में राहत: नए नियमों से अभ्यर्थी ठंड में आरामदायक कपड़े पहन सकेंगे।
नकल रोकने के प्रयास: ड्रेस कोड के तहत कपड़ों में किसी भी प्रकार की आपत्तिजनक सामग्री छिपाने की संभावना खत्म होगी।