मनीषा शर्मा । CBSE (केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड) ने शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए पेरेंटिंग कैलेंडर जारी कर दिया है। इस कैलेंडर को CBSE की आधिकारिक वेबसाइट और सोशल मीडिया अकाउंट्स पर अपलोड किया गया है।
CBSE पेरेंटिंग कैलेंडर की मुख्य बातें
इस कैलेंडर को एक बुक फॉर्मेट में प्रकाशित किया गया है, जिसमें चार प्रमुख सेक्शन शामिल किए गए हैं। इसे देशभर के CBSE स्कूलों को पेरेंट्स तक पहुंचाने के निर्देश दिए गए हैं।
कुल पेज: 32
मुख्य सेक्शन: 4
पेरेंट्स सर्वे और एनालिसिस पेज: 24
इंट्रोडक्शन: पेरेंटिंग कैलेंडर की जरूरत और खासियत
कैलेंडर के पहले सेक्शन में ‘इंट्रोडक्शन टू द पेरेंटिंग कैलेंडर’ शामिल है, जिसमें इसकी जरूरत और उपयोगिता पर प्रकाश डाला गया है। CBSE का उद्देश्य माता-पिता और शिक्षकों के बीच सहयोग को बढ़ाना और बच्चों की समग्र वृद्धि को सुनिश्चित करना है।
पेरेंट्स सर्वे और फैक्ट्स
CBSE ने एक सर्वेक्षण भी शामिल किया है, जिसे ग्राफिक्स और चार्ट्स के माध्यम से प्रस्तुत किया गया है। इस सर्वे में पेरेंट्स को बताया गया है कि बच्चों के मानसिक, शैक्षणिक और सामाजिक विकास के लिए किस क्षेत्र में अधिक ध्यान देने की जरूरत है।
CBSE पेरेंटिंग कैलेंडर के 4 मुख्य सेक्शन
कोलेबोरेशन एक्सेसिंग प्रैक्टिस (Collaboration Accessing Practice)
इस सेक्शन में माता-पिता और शिक्षकों के बीच तालमेल को मजबूत करने पर जोर दिया गया है।
इसमें 3 पेज शामिल हैं, जिसमें इंटरैक्टिव एक्टिविटीज और सुझाव दिए गए हैं।
इंटीग्रेटेड क्लासरूम और टीचर लैब एक्टिविटीज (Integrated Classroom & Teacher Lab Activities)
इसमें कक्षा में बच्चों के व्यवहार और सीखने की प्रक्रिया को बेहतर बनाने के तरीकों पर चर्चा की गई है।
यह सेक्शन भी 3 पेज में समेटा गया है।
एन्हांसिंग पेरेंटल इंगेजमेंट (Enhancing Parental Engagement)
यह 2 पेज का सेक्शन है, जिसमें पेरेंटिंग वर्कशॉप और इंटरैक्टिव सेशंस की जानकारी दी गई है।
इसका उद्देश्य माता-पिता को बच्चों की शिक्षा में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए प्रेरित करना है।
बिल्डिंग कनेक्शन: पेरेंट-चाइल्ड बॉन्डिंग एक्टिविटीज (Building Connection: Parent-Child Bonding Activities)
यह 4 पेज का सेक्शन है, जिसमें पेरेंट-चाइल्ड रिलेशन को मजबूत करने के सुझाव दिए गए हैं।
इसमें होम एक्टिविटीज, माइंडफुलनेस एक्सरसाइज और पारिवारिक संवाद को बढ़ावा देने पर जोर दिया गया है।
CBSE पेरेंटिंग कैलेंडर का उद्देश्य
CBSE ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP 2020) के तहत इस कैलेंडर को विकसित किया है। इसका मुख्य उद्देश्य माता-पिता और शिक्षकों के बीच एक मजबूत संवाद स्थापित करना और छात्रों के समग्र विकास को प्रोत्साहित करना है।
इस पहल के माध्यम से, CBSE ने बच्चों की अनूठी क्षमताओं की पहचान करने और उन्हें सही दिशा में विकसित करने के लिए अभिभावकों और शिक्षकों को सशक्त बनाने की कोशिश की है।