शोभना शर्मा। राजस्थान के जयपुर जिले में मंगलवार सुबह एक दर्दनाक हादसे ने सभी को झकझोर दिया। मनोहरपुर थाना क्षेत्र के टोडी गांव के पास एक मजदूरों से भरी निजी बस हाईटेंशन बिजली लाइन की चपेट में आ गई, जिससे बस में अचानक तेज करंट दौड़ गया और आग लग गई। इस भयावह घटना में दो मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक अन्य मजदूर ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
घटना में करीब 12 मजदूर झुलस गए, जिनमें से 5 की हालत बेहद गंभीर बताई जा रही है। सभी मजदूर एक ईंट भट्टे पर काम करते थे और घटना के समय काम के बाद बस से जा रहे थे।
कैसे हुआ हादसा
जानकारी के अनुसार, यह बस सुबह करीब 8 बजे ईंट भट्टे से मजदूरों को लेकर पास के गांव की ओर जा रही थी। रास्ते में बस अनजाने में ऊपर से गुजर रही हाईटेंशन बिजली लाइन से टकरा गई।
बस के छूते ही उसमें हाई वोल्टेज करंट फैल गया। चालक और यात्रियों के संभलने से पहले ही बस में बैठे मजदूर झुलसने लगे। करंट लगने के कारण बस में अफरा-तफरी मच गई और कई मजदूर अंदर ही फंस गए।
मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने बताया कि बस में करीब 14 मजदूर सवार थे, जिनमें से कई गंभीर रूप से झुलस गए। हादसे के तुरंत बाद स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी।
राहत और बचाव कार्य
सूचना मिलने पर मनोहरपुर थाना पुलिस और स्थानीय प्रशासन मौके पर पहुंचा। ग्रामीणों की मदद से सभी घायलों को बस से बाहर निकाला गया। हादसे में झुलसे मजदूरों को नजदीकी शाहपुरा उपजिला अस्पताल ले जाया गया।
अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने तीन मजदूरों को मृत घोषित कर दिया। पुलिस के अनुसार मृतकों की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है, लेकिन सभी मजदूर प्रवासी बताए जा रहे हैं जो ईंट भट्टे पर काम करते थे।
प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने पांच गंभीर घायलों को जयपुर के एसएमएस अस्पताल रेफर किया है। बाकी मजदूरों का इलाज शाहपुरा अस्पताल में चल रहा है। जयपुर रेफर किए गए घायलों को बर्न यूनिट में भर्ती किया गया है और उनकी हालत नाजुक बताई जा रही है।
लापरवाही पर सवाल और जांच शुरू
प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि बस की ऊंचाई हाईटेंशन लाइन की दूरी से अधिक थी, जिसके कारण यह हादसा हुआ। पुलिस ने बस चालक के खिलाफ लापरवाही से मौत का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि इस क्षेत्र में कई स्थानों पर हाईटेंशन बिजली लाइनें बहुत कम ऊंचाई पर गुजरती हैं, जिससे पहले भी ऐसे हादसे हो चुके हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि बिजली विभाग ने इस गंभीर समस्या को लेकर कई बार शिकायतें मिलने के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं की।
बिजली विभाग ने लाइन की सप्लाई रोकी
घटना के बाद बिजली विभाग की टीम मौके पर पहुंची और सुरक्षा कारणों से प्रभावित लाइन की सप्लाई बंद कर दी गई। टीम ने क्षेत्र में अन्य निचली हाईटेंशन लाइनों की स्थिति का भी निरीक्षण किया है। विभाग ने कहा है कि भविष्य में इस तरह की दुर्घटनाओं से बचने के लिए सभी जोखिम वाले स्थानों की तकनीकी जांच की जाएगी।
प्रशासन ने दिए जांच के आदेश
जयपुर ग्रामीण एसपी और जिला प्रशासन ने इस हादसे की विस्तृत जांच के आदेश जारी किए हैं। अधिकारियों ने कहा है कि दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। वहीं, मृतक मजदूरों के परिवारों को सरकारी सहायता और मुआवजे के प्रस्ताव पर भी विचार किया जा रहा है।


