मनीषा शर्मा,अजमेर। शहर के प्रतिष्ठित सोफिया गर्ल्स कॉलेज अपनी 100 से अधिक वर्षों की परंपरा में एक ऐतिहासिक बदलाव करने जा रहा है। 2025-26 शैक्षणिक सत्र से कॉलेज ने पोस्ट ग्रेजुएशन (PG) और पीएचडी (Ph.D.) कोर्स में को-एजुकेशन यानी लड़कों और लड़कियों दोनों के लिए शिक्षा की सुविधा शुरू करने का फैसला लिया है। कॉलेज प्रशासन ने इस फैसले को शिक्षा में समावेशिता और अवसरों की समानता की दिशा में एक बड़ा कदम बताया है। अब तक यह कॉलेज केवल छात्राओं के लिए आरक्षित था, लेकिन अब लड़कों को भी प्रवेश मिलेगा। इस बदलाव के लिए कॉलेज ने कॉलेज शिक्षा आयुक्तालय से आधिकारिक अनुमति प्राप्त कर ली है।
लड़कों के लिए 40% सीट आरक्षित
कॉलेज की प्रिंसिपल प्रोफेसर सिस्टर पर्ल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि लड़कों के लिए 40 प्रतिशत सीटें आरक्षित रहेंगी। इसका उद्देश्य उच्च शिक्षा में लैंगिक संतुलन और प्रतिभाशाली छात्रों को समान अवसर देना है। साथ ही, कॉलेज प्रशासन ने यह भी सुनिश्चित किया है कि छात्रों की सुरक्षा और अनुशासन के लिए आवश्यक सभी इंतजाम किए जाएंगे। परिसर में निगरानी, प्रवेश नियंत्रण और अन्य सुरक्षा व्यवस्थाओं को मजबूत किया जाएगा।
किन-किन विषयों में मिलेगा प्रवेश
पोस्ट ग्रेजुएशन (PG) कोर्स
लड़के अब निम्न विषयों में प्रवेश ले सकेंगे:
अंग्रेजी साहित्य (English Literature)
राजनीतिक विज्ञान (Political Science)
इतिहास (History)
समाजशास्त्र (Sociology)
एम.एससी. रसायन विज्ञान (M.Sc. Chemistry)
कंप्यूटर साइंस (Computer Science)
एम.कॉम ABST (M.Com ABST)
बैचलर ऑफ लाइब्रेरी एंड इंफॉर्मेशन साइंस (BLIS)
पीएचडी (Ph.D.) कोर्स
लड़कों और लड़कियों दोनों के लिए उपलब्ध विषय:
भूगोल (Geography)
इतिहास (History)
अर्थशास्त्र (Economics)
समाजशास्त्र (Sociology)
शारीरिक शिक्षा (Physical Education)
मनोविज्ञान (Psychology)
होम साइंस (Home Science)
रसायन विज्ञान (Chemistry)
वनस्पति विज्ञान (Botany)
प्राणीशास्त्र (Zoology)
भौतिक विज्ञान (Physics)
गणित (Mathematics)
प्रबंधन (Management)
वाणिज्य (Commerce)
बदलाव का उद्देश्य
कॉलेज प्रशासन के अनुसार, इस फैसले के पीछे मुख्य उद्देश्य उच्च शिक्षा में अवसरों का विस्तार करना और विभिन्न पृष्ठभूमियों से आने वाले छात्रों को एक मंच पर लाना है।
शैक्षणिक विविधता: लड़कों के आने से कॉलेज में नए दृष्टिकोण और अनुभव जुड़ेंगे।
अवसर की समानता: कई छात्र जो इन विशेष विषयों में पढ़ाई करना चाहते हैं लेकिन उनके शहर में विकल्प नहीं हैं, अब अजमेर आकर पढ़ सकेंगे।
शोध को बढ़ावा: पीएचडी कोर्स में को-एजुकेशन से शोध कार्यों में विविधता और गुणवत्ता बढ़ेगी।
कॉलेज की पहचान और इतिहास
सोफिया गर्ल्स कॉलेज अजमेर राजस्थान के प्रमुख महिला महाविद्यालयों में से एक है, जिसने दशकों से हजारों छात्राओं को उच्च शिक्षा में नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है। कॉलेज अपनी शैक्षणिक गुणवत्ता, अनुशासन और सुरक्षित माहौल के लिए जाना जाता है। अब को-एजुकेशन की शुरुआत के साथ यह संस्थान न केवल छात्राओं के लिए, बल्कि छात्रों के लिए भी एक आकर्षक शिक्षा केंद्र बन जाएगा।
छात्रों और अभिभावकों की प्रतिक्रिया
इस फैसले को लेकर छात्रों और अभिभावकों में उत्साह है। कई छात्रों ने कहा कि इससे उन्हें बेहतर शिक्षा पाने का मौका मिलेगा। वहीं, कुछ अभिभावकों का मानना है कि यह कदम शिक्षा में लैंगिक भेदभाव को कम करेगा और प्रतिस्पर्धा बढ़ाएगा।
भविष्य की दिशा
कॉलेज प्रशासन का मानना है कि यह बदलाव आने वाले वर्षों में कॉलेज को राष्ट्रीय स्तर पर और अधिक प्रतिस्पर्धी बनाएगा। साथ ही, यह फैसला अजमेर को उच्च शिक्षा के केंद्र के रूप में और मजबूत करेगा।