मनीषा शर्मा। अजमेर में घरेलू गैस सिलेंडर की कालाबाजारी का मामला उजागर हुआ है। इस मामले में रसद विभाग ने एक घर पर छापा मारते हुए 8 गैस सिलेंडर जब्त किए हैं। आरोप है कि ये सिलेंडर अधिक कीमत पर बेचने के लिए जमा किए गए थे। सिलेंडर की कालाबाजारी पर प्रशासन सख्ती बरत रहा है और इस कार्रवाई के बाद सभी सिलेंडर संबंधित गैस एजेंसी को सुपुर्द कर दिए गए हैं।
कैसे हुआ खुलासा?
प्रवर्तन अधिकारी नीरज कुमार जैन के अनुसार, घरेलू एलपीजी सिलेंडर की कालाबाजारी की सूचना प्राप्त हुई थी, जिसके बाद विभागीय जांच दल ने देहलीगेट के बाहर, देहली गेट रोड स्थित अख्तर हुसैन के घर पर छापा मारा। यहां 8 सिलेंडर पाए गए, जिनमें से 4 घरेलू और 4 व्यावसायिक सिलेंडर थे।
अख्तर हुसैन ने इन सिलेंडरों को ब्लैक में बेचने के लिए घर में जमा किया हुआ था। उसे यह उम्मीद थी कि अधिक मांग के चलते वह इन्हें ऊंची कीमत पर बेच पाएगा। हालांकि, समय रहते रसद विभाग को इसकी जानकारी मिली और तुरंत कार्रवाई की गई।
विभाग की कार्रवाई:
छापेमारी के दौरान जब्त किए गए सभी सिलेंडरों को चंद्रायन गैस सर्विस, अजमेर के सुपुर्द कर दिया गया। प्रवर्तन अधिकारी खान मोहम्मद खान और प्रवर्तन निरीक्षक शीला बेनीवाल की टीम ने यह कार्रवाई सफलतापूर्वक की। अब यह जांच की जा रही है कि ये सिलेंडर आरोपी के पास कैसे पहुंचे और कौन इसके पीछे है।
सिलेंडर की कालाबाजारी पर प्रशासन सख्त:
यह घटना इस बात की ओर इशारा करती है कि सिलेंडर की कालाबाजारी अभी भी एक गंभीर समस्या है, खासकर त्योहारों और अधिक मांग वाले मौसम में। प्रशासन ऐसे मामलों पर सख्ती से नजर रख रहा है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है। इस मामले की जांच के बाद और भी खुलासे हो सकते हैं, क्योंकि यह जानने का प्रयास किया जा रहा है कि सिलेंडर आरोपी तक कैसे पहुंचे और इस रैकेट में और कौन शामिल है।
इस कार्रवाई के बाद अजमेर में सिलेंडर की कालाबाजारी पर रोक लगाने के लिए प्रशासन ने कड़े कदम उठाने के संकेत दिए हैं। ऐसे मामलों में दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।