मनीषा शर्मा। राजस्थान की राजनीति में एक बार फिर सियासी बयानबाज़ी तेज हो गई है। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ताज़ा बयान को लेकर बीजेपी ने कांग्रेस पर करारा हमला बोला है। दिल्ली में मीडिया से बातचीत के दौरान राजस्थान बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने गहलोत पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस केवल एक उपचुनाव जीतकर ताल ठोक रही है, जबकि सच्चाई यह है कि हाल ही में हुए चार नगर पालिका उपचुनावों में से तीन में जीत भारतीय जनता पार्टी ने दर्ज की है।
कांग्रेस की हार और बीजेपी का दावा
मदन राठौड़ ने दावा किया कि हाल के चुनावों में बीजेपी का प्रदर्शन लगातार मजबूत हो रहा है। उन्होंने आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि अब तक 80 सीटों में से 59 पर बीजेपी ने जीत हासिल की है, जबकि कांग्रेस अपने परंपरागत गढ़ भी नहीं बचा पा रही। राठौड़ ने कहा, “गहलोत साहब कहते हैं कि भजनलाल जी से मुकाबले में मजा नहीं आ रहा, लेकिन हम उन्हें चारों खाने चित कर दिखा देंगे।”
प्रदेशाध्यक्ष ने तंज कसते हुए कहा कि सात विधानसभा उपचुनावों में कांग्रेस केवल एक सीट जीतकर खुशियां मना रही थी, जबकि जनता कांग्रेस की नीतियों से परेशान होकर उसे नकार रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का ग्राफ गिरता जा रहा है और धीरे-धीरे पार्टी का अस्तित्व ही खत्म होता जा रहा है।
नगर निगम चुनाव और कांग्रेस की अंदरूनी कलह
नगर निगम चुनाव के मुद्दे पर भी राठौड़ ने कांग्रेस को घेरा। उन्होंने व्यंग्य कसते हुए कहा कि कांग्रेस “मुंगेरीलाल के हसीन सपने” देख रही है, जबकि हकीकत बिल्कुल अलग है। राठौड़ ने कहा कि बीजेपी एक अनुशासित पार्टी है और संगठन में एकजुटता ही उसकी सबसे बड़ी ताकत है, जबकि कांग्रेस आंतरिक कलह से जूझ रही है।
उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी (PCC) अध्यक्ष गोविंद डोटासरा ने अपने ही वरिष्ठ नेता राजेंद्र पारीक को सार्वजनिक मंच से अपमानित किया था। राठौड़ ने कहा कि यह अपमान पारीक जैसे गंभीर नेता के दिल में हमेशा चुभन के रूप में रहेगा। इसके साथ ही उन्होंने याद दिलाया कि पूर्व में अशोक गहलोत ने सचिन पायलट को “निकम्मा” कहकर संबोधित किया था, जिससे कांग्रेस के अंदरूनी मतभेद साफ नज़र आते हैं।
गहलोत पर लोकतंत्र में आस्था न होने का आरोप
मदन राठौड़ ने अशोक गहलोत पर लोकतंत्र में विश्वास न रखने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि गहलोत सदन में आते ही नहीं हैं और न ही जनादेश का सम्मान करते हैं। कभी वे EVM पर सवाल उठाते हैं, तो कभी मतपत्र से चुनाव कराने की मांग करते हैं।
राठौड़ ने कहा कि तकनीक इतनी आगे बढ़ चुकी है कि आज मोबाइल के जरिए वोटिंग तक संभव है। ऐसे में कांग्रेस का बार-बार EVM पर सवाल उठाना सिर्फ बहानेबाज़ी है और जनता को गुमराह करने की कोशिश है।
कांग्रेस की गिरती साख और बीजेपी की बढ़ती पकड़
राजस्थान की राजनीति लंबे समय से कांग्रेस और बीजेपी के बीच टकराव का मैदान रही है। मगर हाल के चुनाव परिणामों ने इस टकराव की दिशा और स्पष्ट कर दी है। बीजेपी का दावा है कि जनता कांग्रेस की नीतियों और आंतरिक गुटबाज़ी से निराश है, जबकि बीजेपी को मजबूत विकल्प के तौर पर देख रही है।