मनीषा शर्मा। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नए प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने प्रदेश में चल रही कार्यकारिणी बदलाव की अटकलों पर पूर्ण विराम लगा दिया है। जयपुर में प्रेस से बात करते हुए राठौड़ ने स्पष्ट किया कि पार्टी की मौजूदा कार्यकारिणी में कोई बड़ा बदलाव नहीं किया जाएगा, बल्कि केवल निष्क्रिय पदाधिकारियों को ही बदला जाएगा। इस बयान के बाद लंबे समय से चल रही चर्चाएं उपचुनाव तक के लिए थम गई हैं।
राठौड़ ने कहा कि वह कार्यकारिणी में कोई बदलाव करने के मूड में नहीं हैं, खासकर तब जब प्रदेश में अक्टूबर में छह विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने जा रहे हैं। नए अध्यक्ष का मानना है कि उपचुनाव से पहले किसी भी प्रकार की विवादास्पद स्थिति से बचना जरूरी है, इसलिए वह वर्तमान में स्थापित कार्यकारिणी के साथ ही चुनाव में जाने का मन बना चुके हैं।
अक्सर देखा गया है कि जब भी बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष का बदलाव होता है, तो पूरी कार्यकारिणी में भी परिवर्तन की संभावना रहती है। नए अध्यक्ष अपने हिसाब से टीम बनाते हैं, लेकिन इस बार मदन राठौड़ ने उपचुनाव की नजदीकी को देखते हुए कोई बड़ा कदम नहीं उठाने का निर्णय लिया है।
सूत्रों के मुताबिक, यदि राठौड़ चुनाव से पहले अपनी टीम में बदलाव करते हैं, तो चुनावी नतीजों की पूरी जिम्मेदारी भी उन्हें ही लेनी होगी। इसको देखते हुए उन्होंने फिलहाल किसी बदलाव से बचने का फैसला किया है।
यह निर्णय पार्टी के भीतर स्थिरता और आगामी उपचुनावों में बेहतर प्रदर्शन के लिए लिया गया है। मदन राठौड़ ने अपनी कार्यकारिणी को भरोसा दिलाया कि वह केवल निष्क्रिय पदाधिकारियों को हटाकर पार्टी की कार्यक्षमता को और मजबूत करने का प्रयास करेंगे।