शोभना शर्मा। राजस्थान के बीकानेर जिले में पुलिस ने एक बड़ी कामयाबी हासिल की है। कुख्यात लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़े दो शातिर गुर्गों को पुलिस ने हथियारों के जखीरे के साथ गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों के नाम श्रवण सिंह सोडा और राजेश तरड बताए गए हैं। दोनों ही लंबे समय से अपराध जगत में सक्रिय थे और बीकानेर में किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की योजना बना रहे थे।
आईजी हेमंत शर्मा के निर्देशन में कार्रवाई
बीकानेर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) हेमंत शर्मा के निर्देशन में विशेष टीम गठित की गई। पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि सोडा और तरड बीकानेर में मौजूद हैं और किसी वारदात को अंजाम देने की फिराक में हैं। सूचना पर रात को ही पुलिस ने घेराबंदी कर दोनों अपराधियों को दबोच लिया।
हथियारों का जखीरा बरामद
गिरफ्तारी के दौरान पुलिस ने आरोपियों के पास से 5 पिस्टल और 12 जिंदा कारतूस बरामद किए। यह हथियार किसी बड़े अपराध को अंजाम देने के लिए जुटाए गए थे। पुलिस का कहना है कि दोनों अपराधी लंबे समय से गैंग के लिए हथियारों की सप्लाई और अपराधी गतिविधियों में शामिल रहे हैं।
दोनों पर घोषित था इनाम
आरोपी श्रवण सिंह सोडा और राजेश तरड पर पुलिस ने पहले से ही 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित कर रखा था। दोनों के खिलाफ बीकानेर और अन्य जिलों में करीब 25-25 मुकदमे दर्ज हैं। इनमें लूट, फिरौती, अपहरण और आर्म्स एक्ट जैसे गंभीर मामले शामिल हैं।
गुजरात में भी वांटेड श्रवण सिंह सोडा
गिरफ्तार आरोपी श्रवण सिंह सोडा राजस्थान ही नहीं बल्कि गुजरात पुलिस के लिए भी सिरदर्द बना हुआ था। गांधीनगर पुलिस थाना क्षेत्र में उसके खिलाफ अपहरण और फिरौती का मामला दर्ज है। सोडा न सिर्फ लॉरेंस गैंग का हिस्सा है, बल्कि उसने खुद का “सोडा गैंग” भी खड़ा कर लिया था। कुछ दिन पहले खाजूवाला इलाके में भी उसे गिरफ्तार किया गया था, जहां से 2 पिस्टल बरामद हुई थीं।
हिस्ट्रीशीटर राजेश तरड
खाजूवाला क्षेत्र का हिस्ट्रीशीटर राजेश तरड लंबे समय से अपराध की दुनिया में सक्रिय है। उसके खिलाफ हत्या के प्रयास, अवैध हथियार और धमकी देने जैसे गंभीर मामले दर्ज हैं। पुलिस के अनुसार, वह भी लॉरेंस गैंग के लिए काम करता था और क्षेत्र में उसकी दहशत बनी हुई थी।
पुलिस की लगातार निगरानी से मिली सफलता
पुलिस ने बताया कि इन दोनों अपराधियों की गतिविधियों पर लंबे समय से निगरानी रखी जा रही थी। उनकी लोकेशन और मूवमेंट की जानकारी मिलने पर ही पुलिस ने सटीक योजना बनाकर यह कार्रवाई की। समय रहते दोनों को पकड़ लेने से बीकानेर में किसी बड़ी वारदात की साजिश नाकाम हो गई।
दर्ज हुआ मुकदमा
गिरफ्तार दोनों आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (BNS) और आर्म्स एक्ट की गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने उन्हें न्यायालय में पेश कर रिमांड पर लिया है ताकि उनसे गैंग की अन्य गतिविधियों और नेटवर्क के बारे में पूछताछ की जा सके।
अपराध जगत के लिए बड़ा झटका
पुलिस की इस कार्रवाई को लॉरेंस गैंग और क्षेत्र के अपराध जगत के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि त्योहारी सीजन के दौरान अपराधी अक्सर वारदातों को अंजाम देने की फिराक में रहते हैं, ऐसे में पुलिस की यह कार्रवाई जनता के लिए राहत की खबर है।
आईजी का सख्त संदेश
आईजी हेमंत शर्मा ने साफ कहा है कि प्रदेश में अपराधियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस लगातार गैंगस्टरों की निगरानी कर रही है और उनकी जड़ें काटने के लिए विशेष अभियान चलाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि समाज में भय और आतंक फैलाने वालों पर अब सख्त कार्रवाई होगी।