मनीषा शर्मा। राजस्थान के बिजयनगर में हुए रेप और ब्लैकमेल कांड में पुलिस रिमांड खत्म होने के बाद मंगलवार को चार आरोपियों को अजमेर की पॉक्सो कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया। इस मामले में अब तक कुल 8 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है, जिनमें से 3 नाबालिग हैं और उन्हें बाल सुधार गृह में रखा गया है।
अजमेर कोर्ट में भारी पुलिस बल तैनात
मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए अजमेर पॉक्सो कोर्ट में भारी सुरक्षा बंदोबस्त किए गए थे। सीओ रुद्रप्रकाश के नेतृत्व में चार थानों की पुलिस तैनात रही ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके। कोर्ट ने आरोपी लुकमान उर्फ सोहेब (20), सोहेल मंसूरी (19), रिहान मोहम्मद (20) और अफराज (18) को जेल भेजने का आदेश दिया।
फांसी की मांग को लेकर मसूदा बाजार बंद
इस जघन्य अपराध के विरोध में सर्व समाज की ओर से फांसी की मांग को लेकर मसूदा बाजार को पूरी तरह बंद रखा गया। स्थानीय लोग आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग कर रहे हैं।
कैसे होता था अपराध?
पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी स्कूली छात्राओं को रास्ते में रोककर उन्हें जबरदस्ती अपने साथ ले जाते थे। वे उन्हें अलग-अलग कैफे और होटलों में जाने के लिए मजबूर करते थे। इसके साथ ही, पीड़िताओं पर धार्मिक दबाव भी बनाया जाता था। आरोपी छात्राओं से जबरदस्ती कलमा पढ़वाते और उन्हें रोज़ा रखने के लिए मजबूर करते थे।
कड़ी सजा की मांग
स्थानीय लोगों और सामाजिक संगठनों ने आरोपियों को फांसी देने की मांग की है। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस पूरी सतर्कता बरत रही है और अजमेर में सुरक्षा को मजबूत कर दिया गया है।