राजस्थान की राजधानी जयपुर में गुरुवार को एक खास अवसर देखने को मिला, जब बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खां ने राजस्थान विधानसभा का दौरा किया। इस मौके पर विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने राज्यपाल खां का गर्मजोशी से स्वागत किया। देवनानी ने उन्हें पुष्पगुच्छ और सम्मान स्वरूप दुपट्टा भेंट कर अभिवादन किया। साथ ही, विधानसभा डायरी, कैलेंडर और नवाचारों पर आधारित ‘एक वर्ष’ पुस्तक भी भेंट की गई।
इस अवसर पर दोनों के बीच महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई। विशेष रूप से वक्फ संशोधन विधेयक 2025, पुलिस अधिनियम और उन पुराने कानूनों पर बातचीत हुई, जिन्हें आज़ाद भारत के वर्तमान सामाजिक परिदृश्य में संशोधित करने की आवश्यकता महसूस की जा रही है। साथ ही बिहार और राजस्थान के विधानमंडलों की कार्यप्रणाली, सुधार और तकनीकी नवाचारों पर भी सार्थक संवाद हुआ।
बिहार के राज्यपाल ने राजस्थान विधानसभा भवन और उसके सदन का अवलोकन किया। विधानसभा अध्यक्ष देवनानी ने उन्हें भवन का गुलाबी रंग में नये कलेवर में तैयार किए गए सदन का परिचय कराया। देवनानी ने जानकारी दी कि ‘वन नेशन-वन एप्लीकेशन’ यानी ‘नेवा’ के तहत विधानसभा को पूरी तरह पेपरलेस किया जा रहा है। इसके लिए हर विधायक की सीट पर आईपैड लगाए गए हैं, जिससे सदन की कार्यवाही और दस्तावेजों का डिजिटल आदान-प्रदान संभव हो रहा है।
राज्यपाल खां ने विधानसभा परिसर में संचालित ‘कॉन्स्टिट्यूशन क्लब ऑफ राजस्थान’ की भी सराहना की और देवनानी को नवाचारों व व्यवस्थागत सुधारों के लिए बधाई दी।
इस अवसर पर बिहार के राज्यपाल ने राजस्थान विधानसभा की ‘दैनन्दिनी’ के नवसंवत्सर 2082 के शुभारंभ पर विशेष प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने इसे ऐतिहासिक कदम बताते हुए कहा कि यह जनता को महापुरुषों के जीवन और आदर्शों से प्रेरणा लेने का अवसर देगा। देवनानी ने जानकारी दी कि दैनन्दिनी में डॉ. भीमराव अंबेडकर, महाराणा प्रताप, महावीर स्वामी, ए.पी.जे. अब्दुल कलाम, सुभाष चंद्र बोस, सरदार पटेल, केसरी सिंह बारहठ, स्वामी विवेकानंद, भगत सिंह समेत कई महापुरुषों के चित्र और जीवन प्रसंग सम्मिलित किए गए हैं।