शोभना शर्मा। राजस्थान के जोधपुर शहर में रविवार को एक दिवसीय दौरे पर पहुंचे बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने भारत की आतंकवाद के खिलाफ नीति और ऑपरेशन सिंदूर को लेकर बड़ा बयान दिया। एयरपोर्ट पर प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा स्वागत के बाद मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि भारत अब आतंक के खिलाफ किसी भी स्तर पर पीछे हटने वाला नहीं है। ऑपरेशन सिंदूर इसका प्रत्यक्ष प्रमाण है।
राज्यपाल खान ने कहा कि यह पहली बार है जब भारत में पक्ष और विपक्ष दोनों आतंकवाद के खिलाफ एकमत होकर खड़े हुए हैं। उन्होंने इस राजनीतिक एकता को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि यह एक ऐसा संदेश है जो केवल पाकिस्तान को ही नहीं, बल्कि समूचे विश्व को दिया गया है — भारत अब आतंकवाद को किसी भी रूप में स्वीकार नहीं करेगा और न ही उसके सामने झुकेगा।
आरिफ मोहम्मद खान ने पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले की निंदा करते हुए कहा कि भारत अब जवाबी कार्रवाई में कोई संकोच नहीं करेगा। उन्होंने कहा, “ऑपरेशन सिंदूर केवल एक सैन्य कार्रवाई नहीं थी, यह भारत की आंतरिक एकता, राजनीतिक दृढ़ता और वैश्विक मंच पर अपनी भूमिका को दोहराने वाला निर्णायक कदम है।”
एयरपोर्ट से सर्किट हाउस पहुंचने के बाद गार्ड ऑफ ऑनर लेने के पश्चात उन्होंने पुनः मीडिया से संवाद किया। इस दौरान उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत का कश्मीर और पाकिस्तान को लेकर रुख अब स्पष्ट है। “हम अब पीछे नहीं हटेंगे। कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और आतंकवाद के प्रति हमारी नीति अब निर्णायक और स्पष्ट है,” उन्होंने कहा।
राज्यपाल खान ने यह भी कहा कि भारत की सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के ज़रिए यह संदेश दिया है कि देश की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं होगा। उन्होंने सेना के साहस और रणनीतिक निर्णयों की सराहना करते हुए कहा, “हमारी सेना ने साबित कर दिया है कि वह किसी भी परिस्थिति में देश की रक्षा के लिए तैयार है। भारत की जनता को अब यह भरोसा है कि सरकार और सेना दोनों मिलकर देश की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रहे हैं।”
उन्होंने कहा कि आज के वैश्विक परिदृश्य में भारत ने अपनी नीति स्पष्ट कर दी है कि वह आतंक को किसी भी रूप में बढ़ावा देने वालों के खिलाफ कठोर रुख अपनाएगा। उन्होंने इस बात पर खुशी जताई कि भारत ने केवल कूटनीतिक स्तर पर ही नहीं, बल्कि सैनिक कार्रवाई के स्तर पर भी यह दिखा दिया है कि उसकी संप्रभुता और सुरक्षा से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
राज्यपाल खान ने अंत में यह भी कहा कि अब समय आ गया है जब आतंकवाद के खिलाफ एक वैश्विक एकजुटता की आवश्यकता है और भारत इस मुहिम में सबसे आगे खड़ा है। उन्होंने यह भी जोड़ा कि भारत की यह नीति अब कोई क्षणिक प्रतिक्रिया नहीं, बल्कि एक स्थायी दृष्टिकोण बन चुकी है।


