मनीषा शर्मा। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने प्रदेश के युवाओं को बड़ी सौगात देने का ऐलान किया है। राज्य सरकार दिसंबर महीने में ‘रोजगार उत्सव’ आयोजित करेगी, जिसके तहत 20 हजार युवाओं को नियुक्ति पत्र प्रदान किए जाएंगे। यह कदम सरकार की रोजगार सृजन नीति को मजबूत बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने सभी विभागों को निर्देश दिया है कि लंबित भर्तियों का शीघ्र निस्तारण किया जाए और पात्र अभ्यर्थियों को बिना देरी के नियुक्तियां दी जाएं। सीएम का कहना है कि सरकार का लक्ष्य हर योग्य युवा को रोजगार देना है, ताकि उनकी ऊर्जा और प्रतिभा राज्य निर्माण में काम आए।
युवा शक्ति है राजस्थान की सबसे बड़ी ताकत
मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान की सबसे बड़ी पूंजी उसकी युवा शक्ति है। उन्होंने बताया कि दिसंबर में आयोजित होने वाले रोजगार मेलों के माध्यम से राज्य के विभिन्न विभागों की चयन प्रक्रियाएं पूरी की जाएंगी और सफल अभ्यर्थियों को मौके पर ही नियुक्ति पत्र प्रदान किए जाएंगे।
उन्होंने अधिकारियों से यह भी कहा कि इस पहल से युवाओं में सरकारी नौकरियों के प्रति विश्वास बढ़ेगा और रोजगार सृजन की प्रक्रिया को एक नई दिशा मिलेगी।
इन विभागों में होंगी नियुक्तियां
‘रोजगार उत्सव’ के दौरान राज्य के कई महत्वपूर्ण विभागों में नियुक्तियां दी जाएंगी। इनमें प्रमुख रूप से —
जेल विभाग: 900 जेल प्रहरी
पशुपालन विभाग: 2,500 पशुधन सहायक
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग: लगभग 14,000 पद
ग्रामीण विकास विभाग: करीब 2,600 पद
खान विभाग: 100 से अधिक पद
मुख्यमंत्री कार्यालय के अनुसार, वर्तमान सरकार के कार्यकाल में अब तक लगभग 92 हजार युवाओं को नियुक्तियां दी जा चुकी हैं। दिसंबर में 20 हजार और नियुक्तियां देने के बाद यह संख्या बढ़कर 1 लाख 12 हजार हो जाएगी।
पारदर्शी और समयबद्ध भर्ती प्रक्रिया
मुख्यमंत्री ने भर्ती प्रक्रिया को लेकर स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि सभी चरण — विज्ञापन जारी करना, परीक्षा आयोजन, परिणाम घोषणा और दस्तावेज सत्यापन — समयबद्ध तरीके से पूरे किए जाएं। उन्होंने कहा कि आवश्यकता पड़ने पर अतिरिक्त कार्मिक और संसाधन लगाए जाएं ताकि किसी भी अभ्यर्थी को अनावश्यक प्रतीक्षा न करनी पड़े।
भजनलाल शर्मा ने कहा कि भर्ती में पारदर्शिता और निष्पक्षता सर्वोच्च प्राथमिकता होगी। इससे युवाओं में सरकार के प्रति विश्वास मजबूत होगा और प्रशासनिक व्यवस्था पर भरोसा कायम रहेगा।
‘रोजगार उत्सव’ बनेगा नई रोजगार नीति का प्रतीक
मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘रोजगार उत्सव’ राजस्थान की नई रोजगार नीति का प्रतीक बनेगा। इस आयोजन का उद्देश्य युवाओं को सम्मानजनक रोजगार देकर राज्य की अर्थव्यवस्था को गति देना है। उन्होंने कहा कि यह पहल न केवल बेरोजगारी कम करेगी बल्कि उद्योग और समाज के बीच रोजगार सृजन की साझेदारी को भी सशक्त बनाएगी।
भजनलाल शर्मा ने विश्वास जताया कि यह उत्सव हजारों परिवारों के जीवन में नई उम्मीद की किरण लेकर आएगा और युवाओं के भविष्य को मजबूत करेगा। उन्होंने कहा कि यह आयोजन सरकार की उस प्रतिबद्धता का हिस्सा है, जिसके तहत राज्य में रोजगार सृजन को एक निरंतर प्रक्रिया बनाया गया है।


