शोभना शर्मा। जयपुर में छात्र राजनीति एक बार फिर गर्मा गई है। शनिवार को राजस्थान यूनिवर्सिटी में छात्र नेता निर्मल चौधरी की गिरफ्तारी के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है। इस गिरफ्तारी को लेकर जहां कांग्रेस आक्रोशित नजर आ रही है, वहीं नागौर से सांसद हनुमान बेनीवाल ने इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस पर सीधा हमला बोलते हुए तीखा तंज कसा है। उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस नेताओं को पुलिस से डर लगता है, तो वे उनके साथ खड़े रहने को तैयार हैं।
कांग्रेस पर बेनीवाल का सीधा हमला
निर्मल चौधरी की गिरफ्तारी पर प्रतिक्रिया देते हुए हनुमान बेनीवाल ने कहा, “कांग्रेस के नेता सोशल मीडिया पर बयान देने तक सीमित हैं। उन्हें अब ट्वीट की दुनिया से बाहर आकर सड़कों पर संघर्ष करना होगा। अगर पुलिस से डर लगता है, तो मैं उनके साथ खड़ा रहूंगा, चाहे वे मेरे एक फीट पीछे ही क्यों न खड़े हों।” बेनीवाल ने कांग्रेस से यह भी पूछा कि जब उनके अपने छात्र नेता को पुलिस गिरफ्तार कर ले जाती है, तो वे केवल ट्वीट क्यों करते हैं? उन्होंने कांग्रेस को आंदोलन छेड़ने की सलाह दी और कहा कि अब बयानबाजी से आगे बढ़ने का समय आ गया है।
आरएलपी नेताओं की प्रतिक्रिया और समर्थन
हनुमान बेनीवाल ने निर्मल चौधरी को अपना छोटा भाई बताते हुए कहा कि यदि किसी आरएलपी कार्यकर्ता के साथ ऐसा होता, तो वे ईंट से ईंट बजा देते। उन्होंने कांग्रेस को संकेत दिया कि अगर वे सच्चे मन से छात्र नेता की रिहाई के लिए आंदोलन करेंगे, तो राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) उनका समर्थन करने को तैयार है। उन्होंने यह भी जोड़ा कि—“निर्मल चौधरी की रिहाई के लिए कांग्रेस को नेतृत्व करना होगा, हम साथ देने को तैयार हैं। लेकिन सिर्फ ट्वीट करने से कुछ नहीं होगा।”
गिरफ्तारी की पृष्ठभूमि
शनिवार सुबह राजस्थान यूनिवर्सिटी में चल रही परीक्षा के दौरान कांग्रेस विधायक अभिमन्यु पूनिया और छात्र नेता निर्मल चौधरी वहां परीक्षा देने पहुंचे थे। तभी सादा वर्दी में पहुंचे पुलिसकर्मी यूनिवर्सिटी के अंदर घुसे और दोनों को परीक्षा केंद्र से बाहर निकाला। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, धक्कामुक्की और जबरदस्ती करते हुए पुलिस उन्हें अपनी गाड़ी में बैठाकर गांधीनगर थाने ले गई। पुलिस ने जहां विधायक अभिमन्यु पूनिया को पूछताछ के बाद छोड़ दिया, वहीं छात्र नेता निर्मल चौधरी को गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस का पक्ष
इस पूरे घटनाक्रम पर जयपुर ईस्ट की डीसीपी तेजस्विनी गौतम ने बताया कि— “निर्मल चौधरी के खिलाफ वर्ष 2022 में दर्ज एक मामले में कार्रवाई की गई है। उस वक्त उन पर सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और राजकार्य में बाधा डालने का आरोप था। उसी आधार पर गिरफ्तारी की गई है।” पुलिस के अनुसार, यह गिरफ्तारी न्यायिक प्रक्रिया के तहत की गई है और कानून के अनुसार ही कार्यवाही आगे बढ़ेगी।
राजनीतिक प्रतिक्रिया और संभावित आंदोलन
इस मामले को लेकर कांग्रेस के कुछ नेताओं ने सोशल मीडिया पर बयान जरूर दिए हैं, लेकिन अभी तक कोई बड़ा आंदोलन नहीं हुआ है। हनुमान बेनीवाल ने इसी बात को मुद्दा बनाकर कांग्रेस पर हमला किया और उन्हें सोशल मीडिया की राजनीति छोड़कर सड़क पर उतरने की सलाह दी।
उनका यह बयान राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बन गया है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि बेनीवाल एक बार फिर सरकार और कांग्रेस दोनों को घेरने की रणनीति अपना रहे हैं, जिससे उन्हें विपक्ष में प्रभावी नेता के तौर पर पेश किया जा सके।