शोभना शर्मा। जयपुर में धरने पर बैठे दिवंगत पुलिसकर्मी बाबूलाल बैरवा के परिजनों से राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के सांसद हनुमान बेनीवाल ने मुलाकात की। बेनीवाल ने परिजनों को न्याय की लड़ाई में हर संभव मदद का आश्वासन दिया और धरने को संबोधित करते हुए सरकार पर असंवेदनशील होने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी दलितों को अलग नजरिए से देखती है, जो निंदनीय है।
बेनीवाल ने कहा कि बाबूलाल बैरवा ने अपने सुसाइड नोट में कई गंभीर बातें लिखी थीं, लेकिन सरकार ने कोई कड़ा कदम नहीं उठाया। इससे यह साफ होता है कि एक दलित पुलिसकर्मी की मृत्यु को लेकर सरकार गंभीर नहीं है। उन्होंने मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री पर भी निशाना साधते हुए कहा कि जिनसे दिवंगत पुलिसकर्मी ने न्याय की उम्मीद की थी, वे भी आज खामोश हैं।
इस बीच, पुलिस मुख्यालय ने बाबूलाल बैरवा आत्महत्या प्रकरण की सीबीआई जांच की सिफारिश गृह विभाग को भेज दी है। हालांकि, परिजन और प्रदर्शनकारी इस जांच से संतुष्ट नहीं हैं और मृतक के मोबाइल का पासवर्ड भी नहीं बता रहे हैं, जिससे जांच में देरी हो रही है।