मनीषा शर्मा। जोधपुर के बासनी थाना क्षेत्र में एक रिटायरमेंट पार्टी के दौरान उस वक्त हड़कंप मच गया जब अचानक एक बंदूक से गोली चल गई। इस हादसे में बैंड बजाने वाले एक कर्मचारी को गोली लगने से वह गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल को तुरंत एम्स हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया, जहां उसका इलाज चल रहा है। घायल का नाम फखरूद्दीन बताया जा रहा है, जो इस रिटायरमेंट कार्यक्रम में बैंड बजाने के लिए आया था।
घटना का विवरण
घटना बासनी थाना क्षेत्र स्थित सीजीएसटी (GST) ऑफिस के पास की है, जहां जीएसटी इंस्पेक्टर विजय सिंह के रिटायरमेंट कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इस कार्यक्रम में शामिल एक रिटायर फौजी, अजीत सिंह, ने बंदूक को भरने का प्रयास किया। अजीत सिंह 12 बोर की राइफल से फायरिंग के लिए तैयारी कर रहा था, लेकिन राइफल भरते समय अचानक गोली चल गई। छर्रों की चपेट में आने से बैंड बजाने वाला कर्मचारी फखरूद्दीन घायल हो गया। घटना के बाद अजीत सिंह मौके से फरार हो गया है। इधर, फायरिंग की सूचना मिलने के तुरंत बाद बासनी थानाधिकारी मोहम्मद सफीक खान अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और घटना की जांच शुरू कर दी।
घायल की हालत गंभीर
घायल फखरूद्दीन की हालत गंभीर बताई जा रही है, और उसे तुरंत जोधपुर के एम्स हॉस्पिटल ले जाया गया है, जहां उसका इलाज किया जा रहा है। डॉक्टरों के अनुसार, फिलहाल घायल का इलाज चल रहा है और उसकी हालत पर नजर रखी जा रही है।
जांच और कार्रवाई
घटना के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। आरोपी अजीत सिंह, जोकि एक रिटायर फौजी है, घटना के बाद से फरार है। पुलिस उसकी तलाश कर रही है। पुलिस का कहना है कि यह घटना दुर्घटनावश हुई है, लेकिन फायरिंग के लिए लाई गई बंदूक का उद्देश्य और अजीत सिंह की भूमिका की भी जांच की जा रही है।
इस मामले में पुलिस बंदूक का लाइसेंस और फायरिंग की अनुमति से संबंधित कानूनी पहलुओं की भी जांच कर रही है। साथ ही, पार्टी में सुरक्षा उपायों और बंदूक के उपयोग से संबंधित नियमों का पालन हुआ या नहीं, इस पर भी सवाल उठ रहे हैं।
जोधपुर में हुई इस घटना ने एक बार फिर से सार्वजनिक कार्यक्रमों में हथियारों के इस्तेमाल को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस इस घटना की गहन जांच कर रही है और जल्द ही आरोपी को पकड़ने का प्रयास कर रही है। फखरूद्दीन के परिवार और अन्य पार्टी में उपस्थित लोग इस अप्रत्याशित घटना से स्तब्ध हैं। फिलहाल सभी की निगाहें पुलिस जांच और फखरूद्दीन के स्वास्थ्य पर टिकी हुई हैं।