शोभना शर्मा। बाबा खाटूश्याम जी का प्रसिद्ध लक्खी मेला 28 फरवरी 2025 से शुरू होकर 11 मार्च 2025 तक चलेगा। इस मेले में लाखों श्रद्धालु बाबा श्याम के दर्शन के लिए पहुंचते हैं। मेले को सुव्यवस्थित और सुरक्षित बनाने के लिए प्रशासन ने इस बार कई महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं।
इस बार 8 फीट से ऊंचे निशान पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। श्रद्धालुओं को सुगम दर्शन के लिए क्यूआर कोड जारी किए जाएंगे। VIP दर्शन की व्यवस्था भी पूरी तरह बंद कर दी गई है। कांच की बोतलें, कांटेदार गुलाब और इत्र की बोतलें भी प्रतिबंधित कर दी गई हैं। प्रशासन ने मेले की सुरक्षा और ट्रैफिक प्रबंधन के लिए विशेष इंतजाम किए हैं, जिससे श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो।
खाटूश्याम मेले में इस बार क्या-क्या बदला गया है?
इस बार खाटूश्याम जी के लक्खी मेले में प्रशासन ने कई बदलाव किए हैं। आइए जानते हैं कि मेले में क्या-क्या नए नियम लागू किए गए हैं।
1. 8 फीट से ऊंचे निशान पर प्रतिबंध
➡️ इस बार 8 फीट से ऊंचे निशान को मेला परिसर में लाने की अनुमति नहीं होगी।
➡️ अगर कोई दुकानदार 8 फीट से ज्यादा ऊंचाई वाले निशान बेचता पाया गया, तो उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।
➡️ इस फैसले का उद्देश्य मेला परिसर में भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा को बेहतर बनाना है।
2. VIP दर्शन होंगे पूरी तरह बंद
➡️ इस बार सरकारी प्रोटोकॉल वाले VIP लोगों को छोड़कर सभी के लिए VIP दर्शन पूरी तरह बंद कर दिए गए हैं।
➡️ आम श्रद्धालु पहले की तरह ही दर्शन कर सकेंगे।
3. सुगम दर्शन के लिए मिलेगा क्यूआर कोड
➡️ प्रशासन श्रद्धालुओं को एक क्यूआर कोड जारी करेगा।
➡️ यह क्यूआर कोड स्कैन करके श्रद्धालु मंदिर परिसर तक आसानी से पहुंच सकेंगे और दर्शन कर सकेंगे।
➡️ इस सुविधा से मंदिर के आसपास भीड़ कम होगी और दर्शन व्यवस्था सुगम होगी।
4. कांच की बोतलें और कांटेदार गुलाब पर प्रतिबंध
➡️ मंदिर परिसर में कांच की बोतलें लाने पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया गया है।
➡️ कांटेदार गुलाब की बिक्री पर भी रोक लगा दी गई है।
➡️ इत्र की कांच की बोतलें भी मंदिर में नहीं ले जा सकेंगे।
5. ट्रैफिक और पार्किंग की नई व्यवस्था
➡️ सीकर-रींगस रोड पर मंडा मोड़ के पास छोटी गाड़ियों के लिए बड़ी पार्किंग विकसित की जाएगी।
➡️ यहां से श्रद्धालुओं को बसों के जरिए 52 बीघा पार्किंग तक पहुंचाया जाएगा।
➡️ 52 बीघा पार्किंग सिर्फ मिनी बसों के लिए आरक्षित होगी।
➡️ छोटे वाहनों का मंडा मोड़ और रींगस के खाटू मोड़ से मंदिर तक आना प्रतिबंधित रहेगा।
➡️ ई-रिक्शा चालकों के लिए अलग-अलग जोन बनाए जाएंगे।
➡️ बिना पास वाले ई-रिक्शा को सीज किया जाएगा।
6. भंडारे और होटल व्यवस्था में बदलाव
➡️ इस बार भंडारे लगाने का समय प्रशासन तय करेगा।
➡️ भंडारे की अनुमति के लिए एक निर्धारित शुल्क लिया जाएगा।
➡️ होटल और गेस्ट हाउस में प्रशासन के लिए 5% कमरे आरक्षित रखे जाएंगे।
➡️ धर्मशालाओं में 50 से अधिक कमरे होने पर 15% कमरे प्रशासन के लिए रिजर्व रहेंगे।
7. सुरक्षा और मेडिकल सुविधाएं बढ़ाई गईं
➡️ मेले की सीसीटीवी से प्रभावी मॉनिटरिंग के लिए 4 कंट्रोल सेंटर बनाए जाएंगे।
➡️ ये कंट्रोल सेंटर मंदिर परिसर, मेला मजिस्ट्रेट ऑफिस, कंट्रोल रूम खाटू और कंट्रोल रूम सीकर में बनाए जाएंगे।
➡️ मेडिकल इमरजेंसी के लिए सभी सेक्टर में मेडिकल व मोबाइल यूनिट्स तैनात रहेंगी।
➡️ धारा-144 के तहत रींगस रोड से ही डीजे बैन रहेगा और शराब पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा।
8. 14 लाइनों से कराए जाएंगे दर्शन
➡️ श्रद्धालुओं को दर्शन के लिए पहले की तरह ही 14 लाइनों से एंट्री दी जाएगी।
➡️ 4 लाइनें कबूतर चौक से, 2 लाइनें गुवाड़ चौक से और 8 लाइनें मेन एग्जिट से खुलेंगी।
➡️ रींगस से खाटू तक पूरी सड़क पर कारपेट बिछाया जाएगा ताकि श्रद्धालुओं को कोई असुविधा न हो।
बाबा श्याम का मेला: लाखों श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र
खाटूश्याम जी का लक्खी मेला राजस्थान में सबसे प्रसिद्ध धार्मिक आयोजनों में से एक है। हर साल लाखों श्रद्धालु इस मेले में बाबा श्याम के दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं। प्रशासन इस मेले को सुरक्षित और व्यवस्थित बनाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है।
इस बार कड़े नियम लागू किए गए हैं, जिससे श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की परेशानी न हो। VIP दर्शन पर प्रतिबंध, क्यूआर कोड व्यवस्था, ट्रैफिक सुधार, मेडिकल सुविधाएं और सुरक्षा इंतजाम मेले को और बेहतर बनाएंगे।