शोभना शर्मा। राजस्थान के बालोतरा जिले में आज भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के अनुसार, भूकंप की तीव्रता 3.2 रिएक्टर स्केल पर दर्ज की गई। भूकंप का केंद्र बिंदु बालोतरा ही था, और इसका प्रभाव करीब 5 किलोमीटर के दायरे में महसूस किया गया। यह घटना दोपहर करीब 1 बजकर 43 सेकंड पर हुई। हालाँकि, किसी प्रकार की जान-माल की हानि की कोई सूचना नहीं मिली है, और अधिकांश लोग इस हलचल को सामान्य घटना मानकर चलते रहे।
भूगर्भ वैज्ञानिकों के मुताबिक, भूकंप की असली वजह टेक्टोनिक प्लेटों में होने वाली हलचल है। टेक्टोनिक प्लेट्स धरती की सतह के नीचे की परतें होती हैं, जो एक-दूसरे से घर्षण करती रहती हैं। जब इस घर्षण की तीव्रता बढ़ जाती है, तो भूकंप के झटके महसूस होते हैं। राजस्थान के इस भूकंप में 3.2 की तीव्रता दर्ज की गई, जिसे हल्का भूकंप माना जाता है। सामान्य तौर पर, 4 से नीचे की तीव्रता वाले भूकंप से ज्यादा नुकसान की संभावना नहीं होती है। वहीं, 6 या उससे अधिक तीव्रता वाला भूकंप खतरनाक साबित हो सकता है।
भूकंप की तीव्रता को रिक्टर स्केल पर मापा जाता है। 2.0 या 3.0 की तीव्रता वाले भूकंप हल्के होते हैं, जबकि 6 की तीव्रता से ज्यादा शक्तिशाली भूकंप बड़ा नुकसान कर सकता है। इस बार का भूकंप 3.2 तीव्रता का था, जो कि एक हल्का भूकंप है, इसलिए ज्यादा चिंता की बात नहीं है।
भूकंप की घटनाओं को तीन प्रमुख प्रकारों में बांटा जाता है:
- रिवर्स फॉल्ट: इसमें जमीन का एक हिस्सा ऊपर उठ जाता है।
- नॉर्मल फॉल्ट: इसमें जमीन का एक हिस्सा नीचे की ओर चला जाता है।
- स्ट्राइक-स्लिप फॉल्ट: इसमें टेक्टोनिक प्लेट्स की घर्षण से जमीन का एक हिस्सा आगे या पीछे खिसकता है।
भूकंप के ये प्रकार अलग-अलग भूगर्भीय संरचनाओं और घटनाओं पर निर्भर करते हैं। टेक्टोनिक प्लेटों में अचानक आई हलचल से इस तरह के भूकंप होते हैं। राजस्थान जैसे इलाकों में भी ये हलचलें कम तीव्रता के भूकंप का कारण बनती हैं। हालांकि इस भूकंप में किसी भी प्रकार की जान-माल की हानि नहीं हुई है, फिर भी लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी जाती है।