शोभना शर्मा। भारत में इलेक्ट्रिक रिक्शा बाजार लगातार विस्तार कर रहा है और अब इस प्रतिस्पर्धा में देश की अग्रणी ऑटोमोबाइल कंपनियों में से एक बजाज ऑटो भी उतरने जा रही है। कंपनी ने आधिकारिक घोषणा करते हुए बताया कि वह 26 नवंबर को अपना पहला इलेक्ट्रिक रिक्शा ‘रिकी’ लॉन्च करेगी। इस लॉन्च को लेकर कंपनी और पूरा उद्योग बेहद उत्साहित है, क्योंकि विशेषज्ञ इसे भारतीय मोबिलिटी सेक्टर के लिए गेम-चेंजर कदम के रूप में देख रहे हैं।
भारत के ई-रिक्शा बाजार में माहिर खिलाड़ी की एंट्री
बजाज ऑटो पहले से ही भारतीय थ्री-व्हीलर बाजार में लगभग 80 प्रतिशत मार्केट शेयर रखती है, लेकिन ई-रिक्शा सेगमेंट में वह अब तक सक्रिय नहीं थी। पिछले 10 सालों में ई-रिक्शा की तेज बढ़त और उत्तर प्रदेश, बिहार, दिल्ली, झारखंड, हरियाणा और राजस्थान जैसे राज्यों में मांग बढ़ने ने कंपनी का ध्यान इस ओर खींचा। इन राज्यों में हर दिन लाखों लोग इलेक्ट्रिक रिक्शा पर निर्भर हैं। ऐसे माहौल में बजाज जैसी बड़ी और विश्वसनीय कंपनी की एंट्री से बाजार में क्वालिटी, भरोसा और बेहतर सुरक्षा की उम्मीद की जा रही है।
रोज 40 हजार ई-रिक्शा बिक रहे, बाजार तेजी से बढ़ा
बजाज ऑटो के एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर राकेश शर्मा ने ई-रिक्शा बाजार की वास्तविक तस्वीर पेश करते हुए बताया कि यह सेगमेंट पहली नजर में छोटा लगता जरूर है, लेकिन पिछले दशक में इसने आश्चर्यजनक तेजी पकड़ी है। आज देश में हर महीने लगभग 40 हजार ई-रिक्शा बिक रहे हैं। पिछले दस वर्षों में लगभग 22 से 25 लाख ई-रिक्शा सड़क पर उतर चुके हैं। दिलचस्प बात यह है कि पूरे देश का 80% ई-रिक्शा बाजार सिर्फ पांच प्रमुख शहरों में केंद्रित है। इसके बावजूद इस समय लगभग 550 छोटी-बड़ी कंपनियां इस क्षेत्र में सक्रिय हैं, जिनमें अब बजाज ऑटो की एंट्री प्रतिस्पर्धा और नवाचार को बढ़ाएगी।
दो साल की रिसर्च का नतीजा—आ रहा है ‘रिकी’
बजाज पिछले दो वर्षों से ई-रिक्शा प्रोजेक्ट पर काम कर रही थी। कंपनी ने इस वाहन को तीन मुख्य उद्देश्यों पर केंद्रित करके डिजाइन किया—
मजबूती
ज्यादा रेंज
कम खर्च में चलने की क्षमता
शुरुआती चरण में ‘रिकी’ को आठ प्रमुख टियर-2 शहरों में उतारा जाएगा, जिनमें मुरादाबाद, रायपुर और पटना शामिल हैं। कंपनी 3–4 महीने तक इन बाजारों से फीडबैक लेकर आगे की रणनीति तय करेगी। लक्ष्य यह है कि आने वाले समय में यह इलेक्ट्रिक रिक्शा 200 से अधिक शहरों तक पहुँचे।
GST में राहत से बढ़ी गति
GST दरों में कटौती के बाद ऑटो उद्योग को काफी सहारा मिला था। बाजार में खरीदारी बढ़ी और कंपनियों की बिक्री में उल्लेखनीय उछाल देखने को मिला। बजाज ऑटो का कहना है कि यह गति आगे भी बनी रह सकती है। हालांकि, यदि आने वाले महीनों में गाड़ियों की कीमतें बढ़ती हैं, तो छोटे वाहनों पर इसका कुछ असर जरूर देखने को मिल सकता है। कंपनी ने साफ किया कि वर्तमान में उसके ऊपर कीमतें बढ़ाने का कोई दबाव नहीं है, और मुनाफा भी स्थिर है। केवल तभी कीमतों पर विचार किया जाएगा जब बाकी कंपनियां कीमत बढ़ाएंगी।
टू-व्हीलर्स में बढ़ेंगे दाम?
भारत में सभी टू-व्हीलर्स के लिए ABS (एंटी लॉक ब्रेकिंग सिस्टम) अनिवार्य करने पर सरकार और कंपनियों के बीच बातचीत चल रही है। यह बदलाव सुरक्षा को ध्यान में रखकर प्रस्तावित किया गया है। नए नियम जनवरी तक जारी होने की उम्मीद है। इनके लागू होने के बाद ABS से लैस बाइक्स की कीमतें 3,000 से 5,000 रुपये तक बढ़ सकती हैं।
बजाज ऑटो के बड़े फ्यूचर प्लान्स
कंपनी आने वाले महीनों में बड़ी प्लानिंग पर काम कर रही है। दिसंबर 2025 से जून 2026 के बीच बजाज लगभग 7–8 नए मॉडल लॉन्च करेगी, जिनमें नए स्कूटर, अपडेटेड वेरिएंट्स और ई-ऑटो शामिल होंगे। सबसे खास घोषणा यह है कि जनवरी 2026 में बजाज चेतक ई-स्कूटर का बिल्कुल नया मॉडल लॉन्च किया जाएगा। यह मॉडल मौजूदा इलेक्ट्रिक स्कूटरों की प्रतिस्पर्धा को नया मोड़ दे सकता है।
निष्कर्ष
ई-रिक्शा सेगमेंट में बजाज ऑटो की एंट्री भारतीय इलेक्ट्रिक वाहन उद्योग के लिए अहम पड़ाव साबित होने वाली है। ‘रिकी’ की लॉन्चिंग छोटे शहरों में सस्ती, सुरक्षित और विश्वसनीय सार्वजनिक परिवहन को नई मजबूती देगी। बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि बजाज की टेक्नोलॉजी, नेटवर्क और सेवा क्षमता से ई-रिक्शा सेगमेंट को नई दिशा मिलेगी। आने वाले महीनों में इसकी वास्तविक सफलता बाजार प्रतिक्रिया पर निर्भर करेगी, लेकिन शुरुआत ने ही उद्योग में बड़ा उत्साह पैदा कर दिया है।


