शोभना शर्मा। भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। हाल ही में पाकिस्तान की ओर से किए गए ड्रोन और मिसाइल हमलों का भारतीय सेना ने पूरे साहस और रणनीतिक कुशलता के साथ जवाब दिया। सेना ने बताया कि पाकिस्तान ने 8 और 9 मई की मध्यरात्रि को जम्मू, पठानकोट, उधमपुर और अन्य संवेदनशील क्षेत्रों पर हमले करने की कोशिश की, लेकिन भारतीय जवानों ने इन सभी प्रयासों को विफल कर दिया। भारतीय सेना के अनुसार, पाकिस्तान ने सीमा पर ड्रोन और अन्य आधुनिक हथियारों का उपयोग किया, लेकिन उसकी हर कोशिश को सेना ने नाकाम कर दिया।
इस युद्ध जैसे हालात के बीच पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति और भी बदतर होती जा रही है। शुक्रवार को पाकिस्तान सरकार के आर्थिक मामलों के विभाग की ओर से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट की गई, जिसमें कहा गया कि देश को दुश्मन की कार्रवाई से भारी नुकसान हुआ है और इसके चलते अंतरराष्ट्रीय समुदाय से और लोन की अपील की जा रही है। इस पोस्ट में यह भी कहा गया कि युद्ध की गंभीरता और शेयर बाजार में भारी गिरावट ने पाकिस्तान की स्थिति को और बिगाड़ दिया है।
पोस्ट में लिखा गया, “जंग बढ़ने और शेयर बाजार के क्रैश होने के कारण हम अंतरराष्ट्रीय साझेदारों से तनाव कम करने और मदद करने का आग्रह करते हैं।” हालांकि, कुछ ही समय बाद पाकिस्तान सरकार ने इस पोस्ट को फर्जी बताते हुए दावा किया कि उनका ‘X’ अकाउंट हैक कर लिया गया है और उन्होंने ऐसा कोई बयान जारी नहीं किया।
यह विवादास्पद पोस्ट ऐसे समय में सामने आई जब अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) वाशिंगटन में पाकिस्तान के लिए एक और बेलआउट पैकेज पर विचार करने जा रहा था। बैठक से पहले ही इस तरह की खबर से पाकिस्तान की साख पर बड़ा सवाल खड़ा हो गया।
भारत के विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने इस मसले पर बयान देते हुए कहा कि IMF की बैठक में भारत के कार्यकारी निदेशक पाकिस्तान के संदर्भ में भारत का पक्ष मजबूती से रखेंगे। उन्होंने कहा, “बोर्ड का निर्णय एक अलग मामला है… लेकिन मुझे लगता है कि पाकिस्तान के संबंध में मामला उन लोगों के लिए स्पष्ट होना चाहिए जो इस देश को बचाने के लिए उदारतापूर्वक अपनी जेबें खोलते हैं।”
विक्रम मिसरी ने यह भी स्पष्ट किया कि IMF द्वारा पाकिस्तान को दिए गए कुल 24 बेलआउट पैकेजों में से अधिकांश विफल रहे हैं, जिससे साफ होता है कि पाकिस्तान आर्थिक सहायता का सही ढंग से प्रबंधन नहीं कर पा रहा है।
भारतीय सेना की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, पाकिस्तान की इन हमलावर कार्रवाइयों का भारत ने कड़ा जवाब दिया है और सीमा पर सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक मजबूत किया गया है। सभी सैन्य ठिकानों को अलर्ट पर रखा गया है और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए सेना पूरी तरह तैयार है।
इस बीच, पाकिस्तान की जनता और आर्थिक विशेषज्ञों के बीच चिंता गहराती जा रही है। न केवल देश की अर्थव्यवस्था चरमराई हुई है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय मंच पर छवि भी कमजोर होती जा रही है।