मनीषा शर्मा। लोकसभा में सांसदों का शपथग्रहण जारी है। इस बीच, तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद से फिर से चुने गए सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने अपने शपथग्रहण के दौरान एक नया विवाद खड़ा कर दिया। ओवैसी ने शपथ के अंत में ‘जय फलस्तीन’ का नारा लगाया, जिससे सोशल मीडिया पर आलोचनाओं का सामना करना पड़ा।
शपथ के अंत में ओवैसी ने कहा, “जय भीम, जय मीम, जय तेलंगाना, जय फलस्तीन, तकबीर अल्लाह-हू-अकबर।” उनके इस बयान ने विवाद को जन्म दिया और कई सोशल मीडिया यूजर्स ने उन पर निशाना साधा।
बाद में पत्रकारों से बात करते हुए ओवैसी ने कहा, “जो मैंने कहा वो आपके सामने है। सब बोल रहे हैं। क्या नहीं बोले। ये किसके खिलाफ है आखिर? बताइए, संविधान का कौन सा प्रोविजन है? जो लोग विरोध करते हैं, उनका काम ही वही है। छोड़िए, अब क्या कर सकते हैं।”
ओवैसी के इस बयान पर राजनीतिक और सामाजिक मंचों पर बहस शुरू हो गई है। कुछ लोग इसे उनका व्यक्तिगत विचार मान रहे हैं, जबकि अन्य इसे संसद के माहौल के खिलाफ मानते हैं। ओवैसी के इस कदम ने फिर से उनके विवादास्पद बयानों की श्रृंखला में एक नया अध्याय जोड़ दिया है।